UP Nagar Nikay Chunav 2023: बागपत बड़ौत नगर के चुनाव में एक बार फिर से पाकिस्तान की एंट्री हो गई है. यहां निवर्तमान चेयरमैन अमित राणा ने बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करते हुए कहा कि ये चुनाव भारत- पाकिस्तान का चुनाव है. आप लोगों को तय करना है कि अपनी दुकानों के सामने मुर्गों ओर अंडों की ठेली लगवानी है, फूंसवाली मस्जिद के सामने अल्लाह हू अकबर करवाना है या फिर शिव चौक पर घंटा बजवाना है. 


बीजेपी नेता अमित राणा के इस बयान के बाद पूरे चुनाव को हिन्दू मुस्लिम के बीच बनाने की कोशिश की गई है. अमित राणा ने बड़ौत नगर चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सुधीर मान के समर्थन में चुनाव प्रचार करते हुए ये बात कही है. जिसके बाद उनका ये बयान सुर्खियों में आ गया है. हालांकि इस बड़ौत की सीट पर हिन्दू-मुस्लिम कार्ड ज्यादा सफल नहीं है. जानकारों की माने तो इस सीट पर सवर्ण मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. 


बड़ौत में सवर्ण मतदाता निर्णायक भूमिका में


बड़ौत नगर पालिका अध्यक्ष पद की सीट पहले सामान्य में घाेषित की गई थी, लेकिन 15 दिन बाद ही बड़ौत अध्यक्ष पद को पिछड़े वर्ग में घोषित कर दिया गया, जिसके चलते ब्राहण और जैन समाज के मतदाताओं में नाराजगी और गुस्सा देखने को मिला रहा है. सवर्ण जाति कहीं न कहीं इसे अपने अपमान के रूप में देख रही है. ऐसे में सवर्ण समाज के लगभग 31 हजार मतदाताओं पर निर्भर करता है वे इस चुनाव में अपना रुख किस ओर करते हैं. 


जानें यहां का जातीय समीकरण


बागपत में छह नगर पंचायत और तीन नगर पालिकाएं हैं, जिनमें सबसे बड़ी नगर पालिका बड़ौत नगर की है. इसमें 1.8 लाख मतदाता हैं, जिनमें लगभग 23 हजार जाट, 21 हजार मुस्लिम, 17 हजार जैन, बनिया, 14 हजार ब्राह्मण और त्यागी, 7 हजार कश्यप, 6 हजार दलित, 4 हजार बढ़ई, ढाई हजार प्रजापति, दो हजार नाई आदि शामिल हैं. इस सीट पर वर्ष 2002 में जैन समाज के ईश्वर दयाल गोयल ने चुनाव जीता था. उसके बाद से यह सीट पिछड़ा वर्ग में ही चली आ रही है. 


इस बार बड़ौत नगर पालिका को सामान्य घाेषित किया गया था, जिसके बाद जैन और ब्राह्मण समाज के लोगों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन ठीक 15 दिन पहले इस सीट को प्रभावशाली लोगों ने पिछड़ा वर्ग में घोषित करा दिया, जिससे सवर्ण समाज के लोगों में कहीं न कहीं आक्रोश देखने को मिल रही है. ऐसे में अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि इस बार उनका रुख किस पार्टी की ओर ज्यादा रहेगा. हालांकि सवर्ण समाज में बैठकों का दौर अब भी जारी है. उधर, इस सीट पर अब भाजपा से सुधीर मान, सपा-आरएलडी गठबंधन से बबीता तोमर, बसपा से मुकेश उपाध्याय और कांग्रेस से अनिल कश्यप चुनाव मैदान है.


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