UP Nikay Chunav 2023: बागियों को मनाने में बीजेपी को मिली सफलता, आखिरी दिन कई बागी नेताओं ने वापस लिए नामांकन
UP Nikay Chunav 2023 Date: बीजेपी जानती है कि इस निकाय चुनाव में अगर पार्टी का कार्यकर्ता नाराज रहा तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है इसलिए पार्टी ने आज बागियों को मनाने की कोशिश की.
UP Nagar Nikay Chunav 2023: स्थानीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण में नाम वापसी का आज आखिरी दिन था, ऐसे में बीजेपी ने प्रथम चरण के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों में अपने उन नेताओं को मनाने में जुटी जिन्होंने बागी होकर तमाम जगहों पर नामांकन कर दिया. बीजेपी की कोशिश है कि इन सभी लोगों को मना कर इनका नामांकन वापस कराया जाए जिससे कि निकाय चुनाव में पार्टी के बागी कहीं पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों का खेल ना बिगाड़ दें. पार्टी साफतौर पर कह रही है कि जिन्हें टिकट नहीं मिल पाया उनका उचित समायोजन भी किया जाएगा.
बीजेपी ने तमाम जिलों में आज अपने उन बागी नेताओं को मनाने की कोशिश की जो टिकट न मिलने के चलते अलग-अलग पदों पर अपना नामांकन कर चुके थे, दरअसल प्रथम चरण के लिए आज नाम वापसी का आखिरी दिन था और इसके लिए बीजेपी ने मिशन बागी मनाओ एक तरीके से चलाया था पार्टी को यह साफ तौर पर पता है कि कई जगहों पर इन बागी उम्मीदवारों के चलते पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों को मुश्किल आ सकती है इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सभी मंत्रियों विधायकों सांसदों पार्टी के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी थी कि वह ऐसे सभी बागी प्रत्याशियों को मनाया और उनका नामांकन वापस कराया ज्यादातर जिलों में पार्टी ने बागी उम्मीदवारों को मनाने में कामयाब रही.
बागियों को मनाने में जुटी बीजेपी
दरअसल आज बीजेपी महिला मोर्चा की तमाम कार्यकर्ता आज पार्टी कार्यालय पहुंच गई थी और टिकट ना मिलने के चलते वह अपनी नाराजगी जाहिर कर रही थी काफी देर तक वह पार्टी कार्यालय पर ही मौजूद रही और गलत टिकट बांटने का आरोप लगाती रही इन महिलाओं का साफ तौर पर कहना था कि टिकट बांटने में गड़बड़ी की गई है. लंबे समय से जो महिला कार्यकर्ता है उन्हें नजरअंदाज करके दूसरे लोगों को टिकट दिया गया है. जब प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पार्टी कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं की बात सुनी और कहा कि जिनका टिकट कटा है उन्हें कहीं ना कहीं समायोजित किया जाएगा.
कई बागियों ने वापस लिए नामांकन पत्र
लखनऊ में तो कई कार्यकर्ताओं ने पार्षद का टिकट ना मिलने के बाद निर्दलीय के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया था, वहीं आज नामांकन करने वाले कुछ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपना नामांकन भी वापस ले लिया. रामगोपाल जयसवाल भी ऐसे ही बीजेपी के बागी उम्मीदवारों में शामिल थे लेकिन उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात कर उन्होंने अपना नामांकन वापस लिया. लखनऊ के अलावा भी पार्टी अन्य जिलों में ऐसे बागी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उन्हें मनाया. कई जगहों पर बागी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस लिया.
बीजेपी को भी पता है कि इस निकाय चुनाव में अगर पार्टी का कार्यकर्ता नाराज रहा तो कहीं ना कहीं इसका खामियाजा भी बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है इसलिए तमाम जिलों में पार्टी ने आज बागी उम्मीदवारों को मनाने की कोशिश की क्योंकि आज नाम वापसी का आखिरी दिन था और ऐसे में तमाम जगहों पर ऐसे उम्मीदवारों का नाम वापस कराया गया.
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