UP Nagar Nikay Chunav 2023: बसपा (BSP) ने लखनऊ के लिए अपने महापौर प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया है. पार्टी ने शाहीन बानो (Shaheen Bano) को लखनऊ से मेयर प्रत्याशी (Lucknow Mayor Candidate) बनाया है. कहीं ना कहीं बसपा ने मुस्लिम कार्ड चलकर सपा के लिए मुसीबत भी खड़ी कर दी है. शाहीन बानो उन्ही सरवर मलिक की पत्नी हैं, जिन्होंने 2022 में बसपा के टिकट पर लखनऊ की उत्तर विधानसभा से चुनाव लड़ा था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं 2014 में टीएमसी के टिकट पर भी उन्हें लखनऊ से लोकसभा चुनाव में हार मिली थी. बसपा ने लखनऊ की 5 नगर पंचायत और 30 वार्ड के लिए भी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है.

बसपा की लखनऊ से मेयर प्रत्याशी शाहीन बानो ने कहा कि वो सड़कों, नाली और सीवर की सफाई, महिला सुरक्षा समेत तमाम अन्य मुद्दों पर काम करेंगी. लड़ाई और रास्ते हमेशा कठिन होते हैं लेकिन ऊपर वाला सब आसान कर देता है. हम पूरी कोशिश करेंगे पीछे जो छूट गया उसे आगे पूरा करेंगे. मुस्लिम कार्ड जैसी कोई बात नहीं है. हम अपनी बात जनता के बीच में मजबूती से रखेंगे, हमें भरोसा है जनता साथ देगी इसी भरोसे पर आगे बढ़े हैं. शाहीन ने कहा कि सपा को वोट लेने की बात हो तो मुस्लिम याद आता है, लेकिन टिकट देने में क्यों भूल जाते हैं. 


बसपा ने चला मुस्लिम कार्ड


शाहीन ने दावा किया कि मुस्लिम वोटर भी एकजुट होकर हमारे साथ आएगा. बहन जी ने जो काम दिया है उसे बखूबी पूरा करेंगे. शाहीन बानो के पति व बसपा नेता सरवर मालिक ने कहा कि जब वोट लेने की बारी आती है तो सपा का "एमवाई" फैक्टर चलता है और जब टिकट देने की बारी आती है तो "एम" कहां चला जाता है. यह एक बड़ा सवाल है जो हम अखिलेश यादव से करते हैं. 


निकाय चुनाव को लेकर बड़ा दावा
मेयर के नाम का एलान करने के बाद बसपा एमएलसी व मंडल कोऑर्डिनेटर भीमराव अंबेडकर ने कहा देश प्रदेश का जो राजनैतिक वातावरण है उसे भाजपा, सपा व अन्य दलों ने समाज को बांटने के एंगल से काम किया, लेकिन बसपा इन से हटकर काम करती है. पिछले चुनाव में 13 फ़ीसदी वह लोग हैं जो इस सांप्रदायिकता की आंधी में नहीं बहे और बसपा के साथ रहे. बसपा की नीति भाईचारे और सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की है. हमने हिम्मत की है एक मुस्लिम को टिकट देने की. इस देश प्रदेश को अगर कोई बचा सकता है तो सिर्फ मायावती ही हैं. हम तो ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, पिछड़े हर समाज से कैंडिडेट देते हैं.

बसपा नेता ने कहा भाजपा, सपा का चाल चरित्र दोहरा है. मुसलमानों की बात करते है लेकिन उन्हें हिस्सा नहीं देना चाहते. जब उन पर जुल्म होता तो आवाज नहीं उठाते. इन लोगों को डर है कि हम मुस्लिम को कैंडिडेट बना देंगे तो इनका क्या होगा. भाजपा भी आज मुसलमानों की बात कर रही, एक तरफ उनका खात्मा कर रहे और दूसरी तरफ उनकी बात कर रहे है. उनको डर है कि कहीं मुस्लिम समाज को पता चल गया कि उनका हित कहां सुरक्षित है तो वह बसपा के साथ खड़ा होगा, क्योंकि जब वह सपा के साथ खड़े होते हैं तो भाजपा को नहीं हटा पाते.


सपा-बीजेपी पर लगाया आरोप


बसपा नेता ने कहा, भाजपा चाहती है कि मुस्लिम समाज के लोग सपा के साथ बने रहे तो हमारा राज चलता रहेगा, लेकिन अगर मुस्लिम समाज के लोग समझ कर बसपा साथ चले गए तो उनके लिए मुश्किल होगी और भाजपा का उत्तर प्रदेश में नाम लेने वाला कोई नहीं होगा. सरवर मलिक हमारी तरफ से विधानसभा का चुनाव लड़े. वह पार्टी के समर्थित और वफादार सिपाही है. हर परिस्थिति में वह बसपा साथ हैं. मायावती ने कार्यकर्ता पर विश्वास किया है, उनकी पत्नी को टिकट दिया है. बसपा ने 5 नगर पंचायत और लखनऊ के 30 वार्ड की लिस्ट भी जारी की है. 


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