UP Nikay Chunav 2023: गाजियाबाद की डासना नगर पंचायत पर दिलचस्प हुई चुनावी जंग, ऐसा रहा है सियासी समीकरण
UP Nikay Chunav 2023 Date: गाजियाबाद डासना नगर पंचायत का गठन 1983 में हुआ था. इस सीट पर भाजपा का आज तक खाता नहीं खुला है. यहां पर अब तक निर्दलीय प्रत्याशी अधिक जीते हैं.
UP Nikay Chunav 2023: यूपी नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज गया है. गाजियाबाद (Ghaziabad) जनपद में दूसरे चरण में 11 मई को मतदान होना है. इस बीच एबीपी गंगा ने यहां के लोगों का मन टटोलने की कोशिश की. गाजियाबाद में बीजेपी (BJP), बसपा (BSP), सपा (SP), कांग्रेस (Congress), आप (AAP) और एआईएमआईएम (AIMIM) जैसे राजनीतिक दल ताल ठोंक रहे हैं. ऐसे में यहां पर मुकाबला भी कड़ा हो गया है, देखना दिलचस्प होगा कि डासना नगर पंचायत पर जनता किसे जीत का सेहरा पहनाती है.
डासना नगर पंचायत में कुल 35,332 मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 18,456 और 16,856 महिला मतदाता हैं. इस बार चुनाव में बीजेपी की ओर से नीतू सिंह मैदान में है जबकि सपा से महताब, बसपा से बागे जहान, आम आदमी पार्टी से शहनाज सैफी और एआईएमआईएम से हज्जान अंसार चुनावी मैदान में हैं. इनके अलावा कुछ निर्दलीय भी ताल ठोंक रहे हैं.
जानें- अब तक किनका रहा है कब्जा
गाजियाबाद डासना नगर पंचायत का गठन 1983 में हुआ था. इस सीट पर भाजपा का आज तक खाता नहीं खुला है. यहां पर अब तक निर्दलीय प्रत्याशी अधिक जीते है, यहां पहला चुनाव 1988 में हुआ था, जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार साजिद हुसैन ने जीत हासिल की थी. 1995 में निर्दलीय नईमा खातून, साल 2000 में सपा से साजिद हुसैन, 2006 में निर्दलीय हाफिज अताउल्ला अंसारी, 2012 में सपा से साजिद हुसैन और 2017 में एआईएमआईएम से हज्जान अंसारी चुनाव जीती.
डासना नगर पंचायत 15 वार्ड के साथ चेयरमैन और सभासद का चुनाव भी होना है. बीजेपी नेता हरनाथ सिंह की पत्नी नीतू सिंह इस बार यहां से मैदान में है. उन्होंने कहा कि यूपी में सीएम योगी की सरकार बनाने के बाद सबसे ज्यादा विकास कार्य हुआ है. कई योजनाएं आई हैं. यहां बेहतर काम हुआ है. यहां जितने भी चेयरमैन बने सभी ने लूटने का काम किया है. इस बार जनता बीजेपी को ही मौका देगी. वहीं AIMIM की तरफ से हाफिज अंसारी ने कहा कि यहां साफ सफाई स्वच्छता पर कार्य हुआ है, जनता ने हमें चुना और एक बार फिर हमें चुनेगी.
बसपा नेता मुजाहिद हुसैन ने कहा यहां कोई विकास कार्य नहीं हुआ है. हमारा उम्मीदवार मजबूती से जीतेगा. इस मौके पर निर्दलीय उम्मीदवार के प्रतिनिधि हाजी रफीक भी ताल ठोंकते दिए और कहा कि यहां पहले भी निर्दलीय प्रत्याशी जीता है, जनता को एक साफ स्वच्छ प्रत्याशी की उम्मीद है और हमारा प्रत्याशी लोगों के काम करने वाला है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
इस दौरान जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यहां कूड़े की समस्या है, साफ सफाई नहीं है, शिक्षा को लेकर भी काफी मुद्दा गरम रहा. हालांकि कुछ लोग मौजूदा चेयरमैन के कार्य से खुश भी नजर आए. डासना नगर पंचायत में अब तक भाजपा का खाता नहीं खुला है, अब देखना होगा इस बार बीजेपी इस चुनौती को पार कर पाती है या नहीं. डासना नगर पंचायत मुस्लिम आबादी भी बहुत है. जिनका रुझान चुनाव पर सबसे ज्यादा असर डालता हैं.
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