Gorakhpur Nikay Chunav 2023: यूपी नगर निकाय चुनाव (Nikay Chunav) की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी (BJP) सहित सभी दलों की जोर-आजमाइश का दौर शुरू हो गया है. महापौर (Mayor) की सीट अनारक्षित होने के साथ ही जातीय समीकरण के साथ टिकट को लेकर सभी दल मंथन करने में लगे हैं. हालांकि, किसी भी दल ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन, जातीय समीकरण के साथ जोर-आजमाइश का दौर भी शुरू हो चुका है. उम्‍मीदवार अपनी पहचान के साथ ही दावेदारी भी कर रहे हैं. हालांकि, बीजेपी, सपा (SP), बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) के संभावित प्रत्‍याशियों की लिस्‍ट शीर्ष नेतृत्‍व को भेजी जा चुकी है. सभी पार्टियों का फोकस महापौर के पद के साथ 11 नगर पंचायतों और 80 वार्डों पर भी है.


शुरू हुआ बैठकों का दौर
गोरखपुर में 4 मई को निकाय चुनाव होना है. ऐसे में सभी दलों ने महापौर के पद के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो चुका है. महज 24 दिन का समय बचा है. ऐसे में बैठकों का दौर भी शुरू हो चुका है. बीजेपी, सपा और आप कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही बैठक भी शुरू हो चुकी है. इसमें सभी पार्टियां जी-जान से जुटी हैं. सभी दलों के पदाधिकारी बैठक में रणनीति तैयार करने के साथ महापौर और वार्ड में उम्‍मीदवारों को लेकर मंथन में जुटे हैं. हर पार्टी कार्यालयों में बैठकों का दौर जारी है. यहां महापौर के पद पर बीजेपी लगातार तीन बार से विजय का पताका फहरा रही है. लेकिन, इस बार सीट अनारक्षित होने की वजह से जातीय समीकरण हावी होता हुआ दिख रहा है.


बीजेपी से राहुल श्रीवास्तव का नाम चर्चा में
गोरखपुर में जहां बीजेपी से पूर्व महानगर अध्‍यक्ष राहुल श्रीवास्‍तव का नाम चर्चा में है. वहीं वे कहते हैं कि बीजेपी जातिगत राजनीति में नहीं पड़ती है. कार्यकर्ता बेस पार्टी होने की वजह से ये नहीं कहा जा सकता है कि किसे टिकट मिलेगा. लेकिन जिस भी कार्यकर्ता को टिकट मिलेगा, उसे जिताने के लिए अन्‍य पदाधिकारी और कार्यकर्ता पूरी तरह से कटिबद्ध हैं. उनका नाम भी चर्चा में चलने के सवाल पर वे चुप्‍पी साध लेते हैं. बीजेपी से ही भानु प्रकाश मिश्रा का नाम भी चर्चा में है. कभी सपा में रहे भानु प्रकाश मिश्रा साल 1993 और 1996 में शिवसेना के टिकट पर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2007 में सपा से गोरखपुर शहर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2017 में वे बीजेपी में आ गए.


सभी दलों में मेयर के लिए दावेदारी 
पूर्व में सपा के जिलाध्‍यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम बताते हैं कि नामों को राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव के पास भेज दिया गया है. ये गोपनीय हैं. लेकिन, जल्‍द ही नामों की घोषणा हो जाएगी. हालांकि, सपा के प्रवक्‍ता और पेशे से अधिवक्‍ता कपीश श्रीवास्‍तव और विधानसभा चुनाव में शहर से चुनाव लड़ चुकीं सुभावती शुक्‍ला का नाम भी चर्चा में है. वहीं कांग्रेस से कात्‍यायनी चन्‍दा मिश्रा कहती हैं क‍ि उन्‍हें पूरा विश्‍वास है कि पार्टी उन्‍हें टिकट देगी. इसके अलावा कांग्रेस की वरिष्‍ठ नेत्री और पूर्व लोकसभा और मेयर का चुनाव लड़ चुकीं निवर्तमान प्रदेश प्रवक्‍ता डा. सुरहिता करीम, नवीन सिन्‍हा भी दावेदारी जता रहे हैं.


बसपा भी लगाएगी पूरा जोर
गोरखपुर के बसपा के जिलाध्‍यक्ष जितेन्‍द्र कुमार नीरज का कहना है कि इस बार बसपा पूरी ताकत के साथ निकाय चुनाव में उतर रही है. शीर्ष नेतृत्‍व को महापौर के लिए नाम भेज दिए गए हैं. नाम का जल्‍द ऐलान कर दिया जाएगा. बसपा की ओर से जो भी प्रत्‍याशी होगा, वो पूरे दम-खम के साथ मैदान में उतरेगा. उन्‍होंने कहा कि वे पार्षद की सभी 80 सीटों पर चुनाव मैदान में प्रत्‍याशी उतारेंगे. बसपा इस बार अपनी ताकत दिखाएगी. इसके लिए मंडलीय बैठक की जा रही है. निकाय चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है.


गोरखपुर में तैयारियां पूरी
गोरखपुर के एडीएम फाइनेंस और डिप्‍टी डीओ राजेश कुमार सिंह और नगर आयुक्‍त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि राज्‍य निर्वाचन आयोग द्वारा निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है. 11 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. नगर निगम का नामाकंन शहर और नगर पंचायतों का तहसील में होगा. बैनर-होर्डिंग्‍स और प्रचार सामग्री को हटाने का कार्य किया जा रहा है. गोरखपुर जनपद में तैयारियां पूरी हैं. नगर निगम और 11 नगर पंचायतों में चुनाव होने हैं. 4 मई को गोरखपुर में चुनाव होगा. वे सभी लोगों से अपील करते हैं कि चुनाव लड़ने वाले लोग होर्डिंग्‍स और प्रचार सामग्री को हटा लें.


बीजेपी का ही रहा है कब्जा
नगर निगम में महापौर की सीट इस बार अनारक्षित हो गई है. साल 1994 में नगर निगम के गठन के बाद से मेयर की सीट तीन बार अन्य पिछड़ा वर्ग, एक बार अन्य पिछड़ा वर्ग महिला और एक बार सामान्य महिला के लिए आरक्षित रही है. एक बार को छोड़कर हर बार मेयर पद पर बीजेपी का कब्जा रहा है. एक बार ट्रांसजेंडर अमरनाथ यादव उर्फ आशा देवी मेयर बनीं. हालांकि, तब भी यह सीट आरक्षित थी. उन्होंने मेयर का पद जीतकर प्रदेश में किसी नगर निगम में ट्रांसजेंडर के मेयर बनने का रिकार्ड बनाया था. 12 फरवरी 1989 से 22 फरवरी 1994 तक पवन बथवाल नगर प्रमुख रहे हैं.


मेयर की हैट्रिक लगा चुकी है बीजेपी
पवन बथवाल के कार्यकाल में नगर महापालिका से नगर निगम वजूद में आया. पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीट पर बीजेपी के राजेंद्र शर्मा नगर निगम के पहले महापौर बने. साल 2000 में पहली बार ट्रांसजेंडर अमरनाथ यादव उर्फ आशा देवी चुनाव जीतकर महापौर बनीं. तब यह पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित थी. साल 2006 के चुनाव में महापौर का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद बीजेपी से अंजू चौधरी महापौर चुनी गईं. वर्ष 2012 के चुनाव में महापौर की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुई. इस बार बीजेपी से सत्या पांडेय महापौर निर्वाचित हुईं. साल 2017 में महापौर की सीट फिर अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद बीजेपी के टिकट पर सीताराम जायसवाल महापौर बने. बीजेपी तीन बार से महापौर के पद पर जीत की हैट्रिक लगा रही है. ऐसे में देखना होगा कि आने वाले निकाय चुनाव में ऊंट किस करवट बैठता है.


गोरखपुर में हैं इतने मतदाता
गोरखपुर नगर निगम और 11 नगर पंचायतों में कुल 13 लाख 66 हजार 813 वोटर हैं. इनमें 7 लाख 43 हजार, 413 पुरुष और 6 लाख 23 हजार 418 महिला वोटर हैं. नगर निगम में कुल 10 लाख 48 हजार 462 वोटर हैं. इसमें 5,75826 पुरुष और 4,72,636 महिला वोटर हैं. इसके अलावा 11 नगर पंचायत हैं. इनमें सहजनवां में कुल 34,615 वोटर हैं. इसमें 19049 पुरुष और 15566 महिला वोटर, बांसगांव में कुल 17015 वोटर हैं. इनमें 8868 पुरुष और 8147 महिला वोटर, मुंडेराबाजार में कुल 26,813 वोटर हैं. इनमें 14,010 पुरुष और 12,803 महिला, पीपीगंज में कुल 45,002 वोटर हैं. इनमें 23,477 पुरुष और 21,525 महिला वोटर, पिपराइच में कुल 32,238 वोटर हैं. इनमें 16,579 पुरुष और 15,659 महिला वोटर हैं. गोला बाजार में कुल 42,578 वोटर हैं. इनमें 22,767 पुरुष और 19,811 महिला वोटर हैं. बड़हलगंज में कुल 35,943 वोटर हैं. इनमें 18,889 पुरुष और 17,054 महिला वोटर हैं. संग्रामपुर में कुल 19,830 वोटर हैं. इनमें 10,341 पुरुष और 9,489 महिला वोटर, चौमुखा में कुल 20,233 वोटर हैं. इनमें 10,525 पुरुष और 9,708 महिला वोटर, उरुवा में कुल 22,491 वोटर हैं. इनमें 11,613 पुरुष और 10,878 महिला वोटर और घघसरा बाजार में कुल 21,611 वोटर हैं. इनमें 11,469 पुरुष और 10,142 महिला वोटर हैं.


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