UP NIkay Chunav 2023:  प्रदेश के साथ-साथ बस्ती (Basti) जनपद में भी निकाय चुनाव अपने पूरे चरम पर पहुंच गया है. अलग-अलग सीटों पर निकाय के तरह तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं. बस्ती(Basti) जनपद में कुछ नेताजी अपनी पत्नियों के लिए पूरी ताकत के साथ चुनाव में लगे हुए हैं ताकि उनकी प्रतिष्ठा तो बचे ही बचे और उनकी पत्नियों की इज्जत भी बच जाए. बस्ती जनपद के रुधौली (Rudhauli) और गणेशपुर (Ganeshpur) नगर पंचायत सीट पर बीजेपी (BJP) ने अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के तौर पर पार्टी के दो पूर्व विधायकों की पत्नियों को टिकट दिया है. अब घर की गृहस्थी संभालने वाली गृहणी अपने पति के नक्शे कदम पर चलते हुए चुनाव मैदान में कूद पड़ी हैं और हर हाल में अपनी और अपने पति की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए जोर आजमाइश कर रही है.



हम पहले रूधौली नगर पंचायत सीट की बात करते है, जहां से रुदौली विधानसभा सीट के पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल की पत्नी संगीता जायसवाल को नगर पंचायत रुदौली का उम्मीदवार बनाया गया है. बीजेपी से टिकट मिलने के बाद संगीता जायसवाल दावा कर रही है कि अगर वे जीत जाती है तो इस नगर पंचायत को आदर्श नगर पंचायत बनाने का काम करेंगी. वहीं इस सीट पर प्रतिष्ठा की बात की गई तो उन्होंने कहा कि "यह चुनाव सिर्फ उनकी ही नहीं बल्कि उनके पति जो कि पूर्व विधायक रह चुके हैं उनके भी प्रतिष्ठा का सवाल है."


फिलहाल जनता के मुद्दों के साथ और बीजेपी के कार्यों के बल पर वे नगर पंचायत रुदौली के गली मोहल्लों में वोट के लिए पसीना बहा रही हैं. वहीं बीजेपी के पूर्व विधायक रहे संजय प्रताप से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि "यह चुनाव तो वाकई में उनकी प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है. पत्नी को चुनाव जीताना उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है. वह कोई क्षेत्र की जनता के लिए नए नहीं है इसलिए उन्हें पूरा भरोसा है कि नगर पंचायत रुदौली की जनता उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी."

दयाराम चौधरी ने कहा- इस सीट पर करेंगे क्लीन स्वीप 
वहीं नगर पंचायत गणेशपुर सीट से सदर के पूर्व विधायक रहे दयाराम चौधरी की पत्नी सोनमती चौधरी को बीजेपी ने अपना कैंडिडेट बनाया है, जिसको लेकर पूर्व विधायक दयाराम चौधरी अपने समर्थकों के साथ नगर पंचायत गणेशपुर की सड़कों पर खूब पसीना बहा रहे हैं. वहीं बीजेपी के पूर्व विधायक रहे दयाराम चौधरी ने कहा कि "उनकी पत्नी को इस नगर पंचायत से टिकट जरूर दिया गया है और उन्हें पूरा भरोसा है कि इस सीट पर वे क्लीन स्वीप करेंगे."


उन्होनें आगे कहा कि नगर पंचायत गणेशपुर की जनता विकास के मुद्दे पर वोट करेगी, उनकी पत्नी राजनीति में कोई नई नहीं है. उनके साथ साथ वे भी राजनीति की दांवपेच जानती है. उन्होनें दावा किया कि अगर नगर पंचायत गणेशपुर के जनता उनकी पत्नी को चुनती है तो उनकी तनिक भी कोई दखलंदाजी यहां नहीं होगी और पत्नी सोनमती चौधरी ही नगर पंचायत गणेशपुर की कुर्सी पर बैठकर विकास करने का काम करेंगी.


ये भी पढ़ें: UP Nikay Chunav 2023: बस्ती में गणेशपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद सपा का असली उम्मीदवार कौन? कार्यकर्ता कंफ्यूज