Kanpur Dehat: निकाय चुनाव की तारीखों के एलान के बाद राजनीतिक उठापटक शुरू हो चुकी है. वहीं दूसरे चरण के चुनाव के लिए दावेदारों के टिकट को लेकर मारामारी जारी है. समाजवादी पार्टी की तरफ से कानपुर देहात की अकबरपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के टिकट के लिए पार्टी में शतरंज की बिसात बिछा दी गई थी. कानपुर देहात की 11 नगर पंचायत और 2 नगरपालिका सीट के लिए सपा ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी थी लेकिन 12 घंटे के अंदर ही अकबरपुर नगर पंचायत में शीर्ष नेतृत्व ने अपने फैसले को बदलकर सपा के दूसरे प्रत्याशी को टिकट थमा दी.
कानपुर देहात की 11 नगर पंचायत और नगर पालिकाओं की सीट के लिए समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. कानपुर देहात से 13 प्रत्याशियों के नाम समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार ने अपने लेटर पैड पर जारी कर सूची को मीडिया के सामने जारी कर दिया, तो वहीं कुछ ही घंटों में सूची जारी होने के बाद पार्टी के उम्मीदवारों में प्रतिद्वंदिता नजर आने लगी. जिसके बाद टिकट की उम्मीद रखने वाले उम्मीदवारों ने लखनऊ की ओर अपनी गाड़ियों को रवाना कर लिया.
12 घंटे के भीतर ही कानपुर देहात की अकबरपुर नगर पंचायत सीट पर वंदना निगम के नाम को जिस समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में प्रत्याशी के रूप में सूची में नाम दर्ज कर जगह दी. कुछ ही देर में नहले पर दहला साबित होने वाली राजनीति में एक परिवर्तन हो गया जिस प्रत्याशी को समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में अकबरपुर नगर पंचायत से प्रत्याशी बनाया था उसका नाम काटकर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी दीपाली सिंह को दूसरी लिस्ट में नाम संशोधित कर प्रत्याशी बना दिया.
12 घंटे के अंदर ही दूसरे प्रत्याशी के नाम का किया एलान
कानपुर देहात की अकबरपुर नगर पंचायत समाजवादी पार्टी के दावेदारों के लिए किसी अखाड़े से कम नहीं है, जहां एक और समाजवादी पार्टी ने वंदना निगम नाम की प्रत्याशी को लिस्ट में जगह देकर सूची वायरल कर दी थी, तो वहीं 12 घंटों के भीतर अकबरपुर नगर पंचायत से दावेदारी कर रही दीपाली सिंह ने शीर्ष नेतृत्व से संपर्क साधकर अपनी सीट को फिर से पुख्ता कर लिया. पार्टी के दो दावेदारों में आपसी प्रतिद्वंदिता के चलते आखिर कोयला तो कोई नहले पर दहला साबित हो गया. आखिरकार शीर्ष नेतृत्व को अपने फैसले पर बदलाव करना पड़ा और वंदना निगम की टिकट को काटकर दीपाली सिंह को अकबरपुर नगर पंचायत का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया.
वहीं ढोल नगाड़ों की गूंज के बीच जश्न का माहौल था और देर रात प्रत्याशी दीपाली सिंह और उनके पति पूर्व चेयरमैन जितेन सिंह गुड्डन भी काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि यह टिकट उन्हें काटकर इसलिए दिया गया है क्योंकि यहां की आवाम उन्हें यहां का प्रत्याशी चुनना चाहती है. वहीं 12 घंटे पहले समाजवादी पार्टी की तरफ से निगम को प्रत्याशी जिस समाजवादी पार्टी ने घोषित किया था अब उसकी टिकट कट चुकी है. इसका अब एक बड़ा खामियाजा निकाय चुनाव की अकबरपुर नगर पंचायत सीट पर देखने को मिल सकता है क्योंकि जिस प्रत्याशी की टिकट को शीर्ष नेतृत्व ने काट दिया है, वह नगर पंचायत में अहम भूमिका निभा सकता था.
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रत्याशी की टिकट कटने से क्या पार्टी में द्वेष और विध्वंस हो सकता है. क्या चुनाव के दौरान टिकट कटने से नाराज प्रत्याशी किसी प्रकार का चुनाव में विरोध पैदा करेगा. वहीं समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी बनाई गई दीपाली सिंह के पति पूर्व चेयरमैन जितेन सिंह ने कहा कि इससे पहले अकबरपुर नगर पंचायत से जो अध्यक्ष थे. उन्होंने बड़े-बड़े घोटाले किए हैं जिससे जनता त्रस्त है और अब उनके घोटाले सरकार और अधिकारियों के सामने भी उजागर हो चुके हैं और जनता अब बदलाव चाहती है.
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