Nagar Palika Parishad Mohammadabad Election: नगर निकाय चुनाव के प्रथम चरण में गाजीपुर जनपद का चुनाव होना है. ऐसे में गाजीपुर का नगर पालिका परिषद मुहम्मदाबाद अपने आप में काफी मायने रखता है. मोहम्मदाबाद नगर पालिका परिषद क्षेत्र अंसारी बंधुओं का गृह नगर भी है. बताया जाता है कि 1995 के चुनाव को छोड़ दिया जाए तो हर बार अंसारी बंधुओं के करीबी ही नगरपालिका की कुर्सी पर विराजमान होते हैं. ऐसे में आज एबीपी गंगा की टीम ने नगर पालिका परिषद मुहम्मदाबाद के लोगों से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया कि यहां के लोग इस बाहर बदलाव करेंगे या ठहराव. लोगों ने अपनी अलग-अलग राय दी. साथ ही क्या इस बार फिर से अंसारी बंधुओं के करीबी का कब्जा इस कुर्सी पर होगा इस पर भी लोगों ने अपनी राय खुल कर रखी.
मुहम्मदाबाद नगर पालिका परिषद से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संदीप गुप्ता उर्फ दीपू इस बार मैदान में हैं. उन्होंने क्षेत्र में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं होने की बात कही साथ ही उन्होंने कहा कि यहां की जनता अंसारी बंधुओं के वर्चस्व को तोड़ते हुए वोट देगी और जीत हासिल करने के बाद वह अपने विजन के अनुसार नगर पालिका परिषद के विकास का काम करेंगे.
रईस अंसारी को अंसारी परिवार का आशीर्वाद
इस दौरान समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रईस अंसारी जिनको अंसारी परिवार का आशीर्वाद प्राप्त है और वह समाजवादी पार्टी की साइकिल नगरपालिका की कुर्सी पर चलाने की बात कहते हुए चुनावी रण क्षेत्र में उतर चुके हैं और लोगों से समर्थन के लिए लगातार प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं. उनसे जब बात की गई कि क्या पूर्व के अध्यक्ष ने कुछ विकास किया है या अभी कुछ बाकी है. इस पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर वह कुछ नहीं कह सकते, लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि जीत जाने के बाद नगर के विकास के लिए पूरा प्रयास करेंगे. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि लोगों के आशीर्वाद और अंसारी परिवार के आशीर्वाद से वह नगर पालिका की कुर्सी तक पहुंचेंगे.
UP Politics: शिवपाल यादव की सपा में नहीं सुनी जा रही बात? निकाय चुनाव के बीच इस वजह से उठे सवाल
नगरपालिका मोहम्मदाबाद में इन दिनों भारतीय जनता पार्टी की राह में निर्दलीय प्रत्याशी जो भाजपा से बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं वह काफी संकट खड़ा कर सकते हैं क्योंकि बीजेपी के टिकट पर कई बार चुनाव लड़ चुके तेज बहादुर यादव ने बताया कि वह मोहम्मदाबाद से उस वक्त चुनाव लड़े जब कोई भाजपा का झंडा पकड़ना नहीं चाहता था. तब उन्होंने अंसारी बंधुओं से लोहा लेने का काम किया था. इस बार उनका टिकट काट दिया गया, लेकिन वह हार मानने वाले नहीं है. साथ ही उन्होंने भाजपा प्रत्याशी पर आरोप लगाया कि वह मुख्तार अंसारी के चचेरे भाई और उनके अन्य लोगों के पैसे से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं.