UP Nagar Nikay Chunav 2023: सपा (Samajwadi party) के मुस्लिम नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के दो पूर्व चेयरमैन अपने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों की चर्चा को लेकर आपस में ही भिड़ गए. दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हुई. वहीं मीडिया के सवालों से बौखलाए सपा के मुस्लिम नेताओं ने भी मीडिया पर उनको आपस में लड़ाने का आरोप लगाया. दरअसल, इटावा (Etawah) नगर पालिका (Nagar Palika) से मुस्लिम प्रत्याशी का टिकट काटकर पूर्व चेयरमैन कुलदीप गुप्ता की पत्नी को दे दिया गया है.
साथ ही इटावा में सपा से बागी और बसपा प्रत्याशी इदरीस अंसारी की बगावत से पार्टी में कहीं न कहीं हड़कंप मचा हुआ है. यही कारण माना जा रहा है कि सपा को अपने मुस्लिम चेहरों से प्रेस कॉन्फ्रेंस कराने की नौबत आ पड़ी. लेकिन यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी के लिए ही उल्टी पड़ती नजर आई. मीडिया के सवालों को लेकर सपा के दो पूर्व चेयरमैन जहीर अंसारी और फुरकान अहमद आपस में ही भिड़ गए. मीडिया के टिकट बटवारे के सवाल पर जहीर अहमद का कहना था कि कुलदीप गुप्ता ने सभी मुस्लिम चेयरमैनों से अच्छा काम कराया था.
सपा ने काटा मुस्लिम उमीदवार का टिकट
यह सुनते ही पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद नाराज हो गए. उन्होंने कहा आप किसी के विकास कार्यों की तुलना न करें. इसके बाद दोनों ही लोगों की बहस शुरू हो गई. वहीं मीडिया के सवालों पर सपा के मुस्लिम नेता भी बौखला गए और मीडिया से ही भिड़ते नजर आए. समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले इटावा में निकाय चुनाव में पार्टी ने सदर सीट पर इदरीस अंसारी की बहु के नामांकन के आखिरी दिन उनका टिकट काटकर बसपा से विधानसभा चुनाव लड़े कुलदीप गुप्ता की पत्नी को प्रत्याशी बना दिया. इसके बाद सपा से नाराज इदरीस अंसारी की बहू ने बसपा से ताल ठोक दी.
मुस्लिम पार्टी के इस फैसले से नाराज
माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी का कोर मुस्लिम वोट पार्टी के इस फैसले से नाराज हो गया. अब ये कहा जा रहा है कि मुस्लिम वोटर बड़ी तादाद में बसपा प्रत्याशी के समर्थन में खड़े हैं. इसके बाद नौबत यह हो गई कि समाजवादी पार्टी को अपने ही गढ़ में मुस्लिम वोट बैंक को साधने के लिए पार्टी के एक दर्जन मुस्लिम नेता पूर्व चेयरमैन जहीर अंसारी, फुरकान अहमद, हाजी अल्ताफ, फिरोज अंसारी,अनवार राईनी,शमी कुरैशी और चांद वारसी ने सामूहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सपा की मुस्लिम नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस नाराज मुस्लिम वोट को सपा के साथ खड़े होने का मेसेज देना चाहते थे, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही पार्टी की कलई खुल गई.
जानकारों के मुताबिक, इससे पहले कभी भी समाजवादी पार्टी को मुस्लिम वोटरों का इतना विरोध नहीं झेलना पड़ा. हालांकि सभी लीडर सपा प्रत्याशी को वोट देने की अपील करते नजर आए. अब यह देखने की बात होगी कि आगामी 11 मई को मुस्लिम वोटर किसके समर्थन में जाएगा. वहीं पूर्व चेयरमैन जहीर अहमद अंसारी ने बताया कि मुस्लिम वोटरों में चर्चा है कि मुस्लिम लीडर सपा के साथ नहीं है. इसलिए लोगों को संदेश देने के मकसद से यह सामूहिक मुस्लिम लीडरशिप की प्रेस वार्ता की गई.पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद ने बताया कि हम सभी लोग सपा के प्रत्याशी के साथ हैं. इटावा का इतिहास रहा है कि मुस्लिम वोट सपा के साथ ही रहा है. इस बार भी सभी मुस्लिम वोटर सपा के साथ हैं.