UP Nagar Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग चार मई को होने वाली है. वोटिंग से पहले मंगलवार को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है. लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में नाराज नेताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. पार्टी के सांसद और विधायकों के बाद अब पूर्व मंत्री ने भी अपने प्रत्याशी का विरोध कर निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन मांगना शुरू कर दिया है.
सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क और उनके बेटे कुंदरकी विधायक जियाउर रहमान बर्क ने निकाय चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार से किनारा कर लिया है. यह दोनों निर्दलीय उम्मीदवार को चुनाव लड़ा रहे हैं. इसके अलावा बलिया के सिकंदरपुर से विधायक जियाउद्दीन रिजवी भी पार्टी से नाराज हैं. उन्होंने भीष्म यादव को निर्दलीय के तौर पर सपा प्रत्याशी दिनेश चौधरी के खिलाफ उतार दिया है. लेकिन अब नाराज नेताओं की लिस्ट में पूर्व मंत्री का भी नाम जुट गया है.
निर्दलीय को दिया समर्थन
अब पूर्व मंत्री नारद राय बागी होते जा रहे हैं. उन्होंने भी सपा के उम्मीदवार को समर्थन नहीं देकर निर्दलीय का समर्थन कर दिया है. सूत्रों की मानें तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार संजय उपाध्याय को समर्थन दिया है. जबकि सपा के ओर से उम्मीदवार लक्ष्णण गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इससे पहले संभल नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर इकबाल महमूद की पत्नी रुखसाना इकबाल को मैदान में उतारा है.
पूर्व विधायक इकबाल और सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बीच लंबे समय विवाद रहा है. इस वजह से सांसद बर्क ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दल उम्मीदवार के तौर पर फरहाना यासीन को उतार दिया है. उनका साफ कहना है कि शीर्ष नेतृत्व ने टिकट देते वक्त उनकी राय नहीं ली इसलिए वह अपने उम्मीदवार को लड़ा रहे हैं. इसके अलावा बरेली, हापुड़, बाराबंकी के अलावा पश्चिमी यूपी में सपा में कई जगहों पर नाराजगी है.