Om Prakash Rajbhar Comment Akhilesh Yadav: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा की अखिलेश जानते हैं कि उन्हें चुनाव जीतना नहीं है तो काहे मेहनत करें. हमारा छोटा दल है फिर भी हम लोग पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में लगे हैं और यह बेचारे एसी से निकल नहीं पा रहे कि कहीं धूप ना लग जाए. यह धूप से बच रहे और चुनाव जीतने का सपना देख रहे.


ओपी राजभर ने अखिलेश यादव पर तंज कसते कहा कि एक तरफ बीजेपी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में है और यह बेचारे अभी घर से बाहर निकलने में डर रहे, लग रहा कि कहीं गर्मी ना लग जाए, लू ना लग जाए. वह जानते हैं कि जब 13 नगर निगम थे, भाजपा सत्ता में नहीं थी तब भी नहीं जीत पाए. अब तो 17 नगर निगम है और भाजपा सत्ता में है. भाजपा 24 घंटे चुनावी मोड में रहती है और समाजवादी पार्टी चुनाव का जब बिगुल बजने को होता है तब वह अपना धनुष बाण चढ़ाना शुरु करते हैं मैदान में जाने के लिए. यही इनकी दुर्गति का कारण है. सपा को इस बात का एहसास है कि चुनाव जीतेंगे नहीं तो क्या करें इस गर्मी में जाकर. जब चुनाव बीत जाएगा तब यह प्रचार में जाएंगे.


अन्य दल निकाय चुनाव को भले ही 2024 का रिहर्सल मान रहे हों लेकिन ओपी राजभर ने कहा कि यह स्थानीय निकाय चुनाव 2024 का रिहर्सल वह नहीं मानते. पूरा देश व प्रदेश गठबंधन की दौड़ में गुजर रहा. उत्तर प्रदेश में जिस सपा और नीतीश कुमार चाहे तो बसपा और कांग्रेस यह सारे विपक्ष के लोग एकजुट हो जाएं तो उत्तर प्रदेश का चुनाव दूसरी दिशा में चला जाएगा. जब तक यूपी में मायावती और कांग्रेस को साथ नहीं लिया जाएगा तब तक यूपी में उसका कोई मतलब नहीं.


ओपी राजभर ने कहा कि नीतीश कुमार जिस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निकले हैं उनका स्वागत है. वह पिछड़े समाज से आते हैं और उनके ऊपर कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं है. वह जिस तरह अखिलेश से आकर मिले उसी तरह मायावती से भी मिलना चाहिए. उत्तर प्रदेश में जो गठजोड़ बना रहे वह बगैर मायावती से मिले, बगैर कांग्रेस को साथ लिए सिर्फ समाजवादी पार्टी से कुछ नहीं हो सकता है. हम धरातल पर घूमते हैं. समाजवादी पार्टी के जो मूल वोटर जिन्हें यादव कहते हैं उन यादव से तमाम जातियां नफरत करती हैं. नीतीश कुमार के आने पर पटेल वोट जिसे कुर्मी वोट कहा जाता इस सपोर्ट में कुछ रुझान बढ़ेगा लेकिन लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकती.


बसपा-कांग्रेस नेताओं के चुनाव प्रचार पर भी दी प्रतिक्रिया


निकाय चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती या कांग्रेस के बड़े नेताओं के प्रचार न करने को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के विषय में जगजाहिर है कि उनका वोटर तटस्थ है. प्रत्याशी यहां से चला गया तो उनका वोटर अपना वोट देगा. हम कई चुनाव से देखते हैं कि निकाय चुनाव या पंचायत चुनाव में मायावती नहीं निकलती हैं. विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में, चुनाव के समय रैली करती हैं. तो उन उनके निकाय चुनाव में न निकलने पर कोई बात नहीं कही जा सकती. जहां तक कांग्रेस की बात है तो निकाय चुनाव से बेहतर उसे कर्नाटक का चुनाव दिख रहा. तो कर्नाटक चुनाव में जिस तरह कांग्रेस मेहनत कर रही एक साधे सब सधे. कांग्रेस कर्नाटक को साधने में लगी है कि अगर कर्नाटक ठीक हो जाएगा तो पूरा देश ठीक हो जाएगा. वह अपने हिसाब से कर रहे हैं. बसपा अपने विचार से काम कर रही. हम अपने विचार से छोटा दल है काम कर रहे. लेकिन हम जहां भी चुनाव लड़ रहे पूरी ताकत और तैयारी से लड़ रहे.


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