UP Nikay Chunav 2023: ब्राह्मण वोटर्स के लिए सीएम योगी के सहारे BJP ने बनाई रणनीति, सपा ने निकाला 'दिग्गजों' वाला काट
UP Nagar Nikay Chunav: सीएम योगी आदित्यनाथ ब्राह्मण बाहुल्य सीट और ब्राह्मणों के गढ़ कही जाने वाली किदवई नगर विधान सभा में एक जनसभा करेंगे और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे.
UP Nagar Nikay Chunav 2023: यूपी नगर निकाय चुनावों में कानपुर (Kanpur) की जंग बड़ी दिलचस्प हो चली है. चुनाव प्रचार प्रसार के लिए अब दिग्गज सियासी पिच पर उतरने का मन बना चुके हैं. बीजेपी (BJP) ने अपने सबसे बड़े स्टार प्रचारकों को उतारने की रूप रेखा खींच ली है, तो वहीं समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी अपने हैवी वेट समाजवादियों के साथ मैदान में उतरने जा रही है. वहीं महापौर चुनावों में अबतक बीजेपी को टक्कर देने वाली कांग्रेस पार्टी में किसी बड़े नेता का कार्यक्रम फिलहाल नहीं दिख रहा.
11 मई को निकाय चुनावों के दूसरे चरण में मतदान होना है और 9 तारीख को इसके लिए चुनावी शोर थम जाएगा. लेकिन इससे पहले सभी राजनैतिक दल अपनी जोर आजमाइश में जुटे हुए हैं. सबसे पहले बात भाजपा की करते हैं जहां सीएम योगी आदित्यनाथ अपने दोनों उप मुख्यमंत्री के साथ चुनाव प्रचार प्रसार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे. 9 मई को दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा, लेकिन इससे पहले कानपुर का सियासी पारा अपने चरम पर होगा. बीजेपी नेताओं की मानें तो इस दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ब्राह्मण बाहुल्य सीट और ब्राह्मणों के गढ़ कही जाने वाली किदवई नगर विधान सभा में एक जनसभा करेंगे और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे. जबकि केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक लगातार कानपुर में अपने प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बना रहे हैं.
डिंपल यादव रोड शो और बैठक करती हुई दिखेंगी
वहीं समाजवादी पार्टी ने भी बीजेपी के दिग्गज नेताओं के हमलों का जवाब देने के लिए रणनीति बनाई है. राष्ट्रीय सचिव शिवपाल सिंह यादव ने सपा की महापौर प्रत्याशी वंदना बाजपेई के ना सिर्फ केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन किया बल्कि जल्द ही वो चुनाव प्रचार के लिए कानपुर आ सकते हैं. इसके अलावा मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव भी वंदना बाजपेई के लिए रोड शो और बैठक करती हुई दिखेंगी तो मुख्य मुकाबला 9 तारीख को देखने को मिल सकता है जब स्वयं अखिलेश यादव कानपुर में रैली करने आ सकते हैं.
सपा ने अपना दम पूरा इस सीट पर लगाने का मन बना लिया
जानकार बताते हैं कि समाजवादी पार्टी को महापौर चुनावों में पहली बार उम्मीद उषा रत्नाकर शुक्ला के रूप में जगी थी, लेकिन तब पार्टी चुनाव नहीं जीत पाई थी. ये दूसरी बार है जब पार्टी की स्थानीय, प्रदेश इकाई को ऐसा लगता है कि वो बीजेपी को टक्कर देने की स्थिति में है और इसीलिए समाजवादी पार्टी ने अपना दम पूरा इस सीट पर लगाने का मन बना लिया है.
UP Nikay Chunav 2023: डिंपल यादव को लेकर सपा ने बनाई बड़ी रणनीति, सबसे अहम होगा शिवपाल यादव का रोल
टक्कर हमेशा बीजेपी और कांग्रेस में ही होती आई है
अबतक के चुनावों के नतीजों को देखें तो टक्कर हमेशा बीजेपी और कांग्रेस में ही होती आई है. और कांग्रेस पार्टी ने भी इस बार प्रदेश सचिव विकास अवस्थी की पत्नी आशनी अवस्थी को उतारकर ब्राह्मण मतदाता में सेंधमारी का प्लान बनाया है, लेकिन बीजेपी और सपा के स्टार प्रचारकों के मुकाबले कोई बड़ा चेहरा अभी प्रचार वॉर में नहीं उतरा है.