UP Nikay Chunav 2023 Date: अलीगढ़ में निकाय चुनाव में पार्षद पद के लिए सपा की सूची जारी होने के बाद से पार्टी में नाराजगी देखने को मिल रही थी. सपा नेता यामीन अब्बासी ने निकाय चुनाव में पत्नी का टिकट कटने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का दामन थाम लिया है, सोमवार को नामांकन के आखिरी दिन उनकी पत्नी जीनत अब्बासी से अपना पर्चा भी दाखिल कर दिया. 


यामीन अब्बासी वार्ड नंबर 85 से पत्नी के लिए पार्षद पद का टिकट मांग रहे थे, लेकिन जब उनका टिकट कट गया तो वो क्वारसी स्थित सपा कार्यालय पर परिवार सहित आमरण अनशन पर ही बैठ गए और आत्मदाह की धमकी देने के लगे. 3 दिन तक धरने पर बैठने के बाद भी जब आलाकमान ने उनकी अपील नही सुनी तो नाराज होकर उन्होंने अखिलेश यादव को पत्र लिखा और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद वो एआईएमआईएम में शामिल हो गए और पत्नी का नामांकन करा दिया है. 


सपा नेता यामीन अब्बासी ने छोड़ी पार्टी


दरअसल, वार्ड नंबर 85 से यामीन अब्बासी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन सपा ने किसी और को टिकट थमा दिया, जिसके बाद वो अखिलेश यादव के इस फैसले से इतना नाराज हुए कि अपने परिवार के साथ धरने पर बैठ गए. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा महानगर के पदाधिकारी टिकट बांटने में मनमानी कर रहे हैं. मोटी रकम वसूल कर अपने चहेतों को टिकट दे रहे हैं, लेकिन जब उनकी धरने का सपा अध्यक्ष पर असर नहीं हुआ तो उन्होंने अपना धरना खत्म कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया.  


AIMIM से भरा पर्चा


यामीन अब्बासी ने कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी के लिए वार्ड नंबर 85 बादाम नगर से टिकट मांगा था. उन्होंने प्रॉपर चैनल से टिकट के लिए पार्टी में आवेदन किया था. अलीगढ़ के तमाम पूर्व सांसदों, विधायकों, जिलाध्यक्ष या अन्य लोग हो सभी लोग मेरे फेवर में थे, लेकिन दो तीन लोगों ने टिकटों को बेचने का रैकेट बनाया और मैं उनके आगे हार गया. मुझे मालूम हुआ कि नगर निगम में सपा की टिकटें 2 लाख से 10 लाख तक में बेची जा रही है, तो मुझे शक हुआ कि मेरा टिकट भी बेच दिया जाएगा. इसलिए मैंने सपा दफ्तर में धरना प्रदर्शन किया. आमरण अनशन किया. जब शीर्ष नेतृत्व ने मेरी बात नहीं सुनी तो मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और एआईएमआईएम को ज्वाइन कर लिया. यामीन अब्बसी की पत्नी ने जीनत बेगम अब्बासी ने सोमवार को एआईएमआईएम से पर्चा दाखिल कर दिया है.