Namo Bharat Train: नोएडा के जेवर एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए कई योजनाओं पर काम चल रहा है. इसी कड़ी में गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के लिए भी ट्रेन चलाई जाएगी. जिस वजह से यात्रियों का समय काफी बचेगा. इस योजना को वास्तविक रूप देने से पहले इसकी डिटेल प्रोजेक्ट पूरी तरह से तैयार है. केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद इस योजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा. गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के लिए रेल कॉरिडोर की लंबाई 72.44 किलोमीटर की होगी, जिसको बनाने में 20 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी.
केंद्र सरकार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) और दूसरी एजेंसियां इस योजना को लेकर कई बार मिल चुके हैं. संभावना है कि बहुत जल्द DRD से भी मंजूरी मिल जाएगी. गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के लिए बनने वाले रेल कॉरिडोर की लंबाई 72.44 किलोमीटर लंबी होगी. 72.44 किलोमीटर के इस रेल कॉरिडोर में 11 स्टेशन बना सकते हैं. ऐसे में इस प्रोजेक्ट को बनाने में तकरीबन 20 हजार करोड़ रुपये की लागत आ सकती है.
नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट के बनने से यात्रियों को होगा फायदा
नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट के बनने से यात्रियों को सबसे अधिक फायदा मिल सकता है. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से यात्रियों का समय बचेगा साथ ही जाम से भी छुटकारा मिलेगा. इसके जरिए लोग एक शहर से दूसरे शहर में आसानी से आ जा सकेंगे. नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट में जिन स्टेशनों को जोड़ा जाएगा, इसमें नोएडा सेक्टर 71, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, ग्रेटर नोएडा टेक जोन 4, बिसरख, नोएडा सेक्टर 2, डेल्टा 1, अल्फा 1, परी चौक, यमुना एक्सप्रेस वे और नोएडा के स्टेशन शामिल होंगे.
साल 2025 तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू
जेवर एयरपोर्ट को 1334 एकड़ में बनाया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि साल 2025 तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाए. अभी एयरपोर्ट पर ट्राइल फ्लाइटों का परीक्षण किया जा रहा है. वही इससे जुड़े अधिकारियों का कहना है कि साल 2025 अप्रैल तक जेवर एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल उड़ाने शुरू कर दी जाएंगी. इसके साथ ही 25 घरेलू विमानों को भी शुरू किया जाएगा. इसके बनने से भारत की अर्थव्यवस्था के साथ आधारभूत संरचना में भी वृद्धि होगी.
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