लखनऊ: उत्तर प्रदेश में तीन स्तरीय पंचायतों की लाखों सीटों के लिए रविवार को 829 केंद्रों पर मतों की गिनती शुरू हुई और इस प्रक्रिया के पूरा होने में दो दिन का समय लगने का अनुमान है. हालांकि, मतगणना शुरू होने से कुछ समय पहले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने करीब तीन लाख प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया.
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के मुताबिक रात साढ़े आठ बजे तक विभिन्न पदों के लिए 1,64,680 उम्मीदवारों को निर्वाचित घोषित कर दिया गया. राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से रविवार को जारी बयान के अनुसार रात साढ़े आठ बजे तक प्रदेश के सभी जिलों से मिली सूचना के अनुसार ग्राम पंचायत सदस्य पद के 1,12,358 उम्मीदवार, ग्राम पंचायत प्रधान के पद पर 16,510 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के पद पर 35,812 उम्मीदवार निर्वाचित घोषित कर दिये गये.
सोमवार दोपहर बाद अंतिम परिणाम आने की उम्मीद
आयोग के बयान के अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 के विभिन्न पदों के उम्मीदवारों की मतगणना जारी है और सोमवार दोपहर बाद अंतिम परिणाम आने की संभावना है. जिलों से मिली सूचना के अनुसार मतगणना शांतिपूर्ण ढंग से जारी है.
वहीं, कन्नौज के छिबरामऊ तहसील में आठ पोलिंग एजेंटों को रैपिड एंटीजन जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर वापस कर दिया गया. इस बीच, कानपुर नगर जिले के 10 ब्लॉक में रविवार को की गई जांच में 61 मतगणना एजेंटों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. रविवार को करीब दो हजार मतगणना एजेंटों की कोविड-19 जांच की गई.
मतगणना पर रोक लगाने से इनकार
उच्चतम न्यायालय की तरफ से पंचायत चुनाव की मतगणना पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद वोटों की गिनती का रास्ता साफ हो गया था और रविवार सुबह आठ बजे से 75 जिलों में चार चरणों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू हो गयी. मतपत्रों के जरिये हुए इन चुनावों के नतीजे रविवार से ही आने लगे.
राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य के सभी 75 जिलों की मतगणना में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के पदों के लिए कुल 12, 89, 830 उम्मीदवारों की तकदीर का फैसला होगा. आयोग के अनुसार, जिला पंचायत सदस्य के सात, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2,005, ग्राम पंचायत प्रधान के 178 और ग्राम पंचायत सदस्य के 3,17,127 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. इस प्रकार राज्य में चारों चरणों के चुनाव क्षेत्रों से कुल 3,19, 317 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये जा चुके हैं.
मतगणना कोरोना प्रोटोकॉल के तहत की जा रही है
आयोग के अनुसार कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पंचायत चुनाव की मतगणना कड़े प्रोटोकॉल के तहत की जा रही है.
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी जिलाधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों को हर मतगणना केंद्र पर चिकित्सा सहायता डेस्क खोलने के आदेश दिए थे और साथ ही स्पष्ट कहा था कि कोविड-19 के लक्षण होने पर मतगणना स्थल पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
विजय जुलूस की अनुमति नहीं
आयोग ने विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगाया है और किसी भी प्रत्याशी को विजय जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी. मतगणना केंद्र पर जाने वाले सभी लोगों को मास्क लगाना जरूरी किया गया है. पंचायत चुनाव में भाजपा, सपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन जैसी राजनीतिक पार्टियों ने भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. हालांकि, इन पार्टियों के उम्मीदवार पार्टी के चुनाव निशान पर नहीं, बल्कि आयोग की तरफ से दिए गए व्यक्तिगत चुनाव चिह्नों पर मैदान में उतरे हैं.
चार चरणों में हुआ मतदान
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मत डाले गए थे. पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान हुआ था. राज्य में चारों चरणों में ग्राम पंचायत प्रधान के 58,194, ग्राम पंचायत सदस्य के 7,31,813, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,808 तथा जिला पंचायत सदस्य के 3,051 पदों के लिए मत डाले गये हैं.
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