लखनऊ: यूपी पंचायत चुनाव को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मंडलीय बैठकें शुरू की हैं. इसके तहत कानपुर-चित्रकूट-झांसी मंडल के पदाधिकारियों की बैठकें ली गई हैं. बैठक के दौरान मायावती ने मुख्य सेक्टर प्रभारियों को निर्देश दिए कि पंचायत चुनाव में पार्टी दमदारी से लड़े. साथ ही सबसे ज्यादा ध्यान जिला पंचायत सदस्य के चुनाव पर दिया जाए.
वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मुख्य सेक्टर प्रभारियों को मजबूती के साथ चुनाव लड़ने के निर्देश भी दिए. मायावती के निर्देश मिलने के बाद अब मुख्य सेक्टर प्रभारी भी अपने-अपने मंडल में बैठकें कर अपनी रणनीति तय करेंगे. इस बार पंचायत सदस्य के उम्मीदवारों के लिए पार्टी का पैनल नाम तय करेगा. वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने 15 मार्च को काशीराम जयंती मंडलीय स्तर पर मनाने के दिए निर्देश जारी किए हैं. उस दिन होने वाले कार्यक्रम में लखनऊ में मायावती शामिल हो सकती हैं.
आरक्षण पर आपत्तियां दर्ज कराने वालों का लगा तांता
वहीं दूसरी ओर बलरामपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण सूची आने के बाद जिले की कई प्रधानी व जिला पंचायत सदस्य की सीटों को लेकर घमासान मचा हुआ है. जिले में सभी विकास खण्डों से आरक्षण सूची को लेकर लगातार आपत्तियां दाखिल की जा रही है. अब तक पांच सौ से ज्यादा आपत्तियां दर्ज करायी गयी है. जिला प्रशासन के निर्देशानुसार 8 मार्च तक आरक्षण सूची को लेकर आपत्तियां आमंत्रित की जा रही हैं. सबसे ज्यादा आपत्तियां ग्राम पंचायत में किये गये आरक्षण के पदों को लेकर हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि मानक के विपरीत जाकर कई ग्राम सभाओं में आरक्षण लागू किया गया है.
वहीं विकास भवन में डीपीआरओ कार्यालय में आरक्षण पर आपत्तियां दर्ज कराने वालों का तांता लगा हुआ है. आरक्षण में आपत्तियों को लेकर जिला अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गयी है. यह कमेटी 12 मार्च तक आपत्तियों का निस्तारण कर आरक्षण की फाइनल सूची जारी करेगी. डीएम श्रुति ने बताया कि पंचायत चुनावों में आरक्षण के मद्देनजर आपत्तियां ली जा रही हैं और 12 मार्च तक जिला स्तरीय कमेटी इन आपत्तियों का निस्तारण कर नई सूची जारी कर देगी.
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