UP Panchayat Election Result 2021 Live: वोटों की गिनती जारी, दोपहर बाद अंतिम परिणाम आने की उम्मीद
UP Panchayat Election Result 2021 Live Updates: चारों चरणों में ग्राम पंचायत प्रधान के 58,194, ग्राम पंचायत सदस्य के 7,31,813, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,808 और जिला पंचायत सदस्य के 3,051 पदों के लिए मत डाले गये थे. शाम तक नतीजों की स्थिति साफ होती जाएगी. पल-पल की अपडेट के लिए बने रहें एबीपी न्यूज़ के साथ.
कन्नौज के छिबरामऊ तहसील में आठ पोलिंग एजेंटों को रैपिड एंटीजन जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर वापस कर दिया गया. इस बीच, कानपुर नगर जिले के 10 ब्लॉक में रविवार को की गई जांच में 61 मतगणना एजेंटों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. रविवार को करीब दो हजार मतगणना एजेंटों की कोविड-19 जांच की गई.
आयोग के बयान के अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 के विभिन्न पदों के उम्मीदवारों की मतगणना जारी है और सोमवार दोपहर बाद अंतिम परिणाम आने की संभावना है. जिलों से मिली सूचना के अनुसार मतगणना शांतिपूर्ण ढंग से जारी है.
बिल्हौर
प्रधान- 9
बीडीसी- 3
सदस्य- 2
ककवन
प्रधान-6
बीडीसी- 5
ग्राम प सदस्य- 4
शिवराजपुर
प्रधान- 11
बीडीसी- 5
चौबेपुर
प्रधान- 9
बीडीसी-1
कल्याणपुर-
प्रधान- 6
बीडीसी-2
सदस्य- 3
सरसौल
प्रधान- 12
विधनू
प्रधान-10
बीडीसी- 15
सदस्य- 4
पतारा
प्रधान- 16
सदस्य- 3
बीडीसी-3
घाटमपुर
प्रधान-10
बीडीसी-12
सदस्य-6
भीतरगांव
प्रधान-16
सदस्य- 6
डाफी से आनंद कुमार
अनंतपुर से श्यामनारायण
ककरहिया से पूजा
कुरुहुवा से रमेश कुमार
जफराबाद से नेहा मिश्रा
केराकतपुर से पुष्पा देवी
करसड़ा से महेन्द्र
योगी सरकार में मंत्री रमापति शास्त्री के भतीजे प्रधानी का चुनाव हार गए हैं. गोंडा में मंत्री के भतीजे को उनके ही गांव के निकटतम प्रतिद्वंदी ने 201 वोट से हरा दिया.
वैश्विक महामारी कोरोना 2.0 के कहर को ध्यान में रखते हुए सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीतने वाले किसी भी प्रत्याशी को जुलूस नहीं निकालने का फरमान जारी किया है. लेकिन, इसके बावजूद कुछ प्रत्याशी और उनके समर्थक नियमों को ताक पर रखकर गाजे-बाजे और डीजे के साथ जुलूस निकालने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला है यूपी के गोरखपुर का. यहां के कैंपियरगंज के रामचौरा गांव में प्रधान पद की प्रत्याशी बिंदू देवी भाजपा समर्थित प्रत्याशी रही हैं. उनकी जीत के बाद उनके पति भाजपा नेता प्रदीप यादव ने डीजे और ढोल-नगाड़े के साथ दर्जनों की संख्या में समर्थकों के साथ मोटरसाइकिल से जुलूस निकाला. इतना ही नहीं गांव पहुंचने पर बाकायदा डीजे पर नाचते-गाते लोग गांव के अंदर तक गए. देश के साथ यूपी जहां कोरोना से जूझ रहा है, तो वहीं सरकार और शासन के आदेश को बीजेपी के नेता ही पलीता लगा रहे हैं.
गोरखपुर के जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन और एसएसपी दिनेश कुमार की जंगल कौड़िया ब्लाक के भरोहिया के गुरु गोरखनाथ विद्यापीठ पहुंचे. यहां पर उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ते हुए देखा तो वे खुद को रोक नहीं सके. उन्होंने माइक हाथ में लिया और लोगों को संबोधित करते हुए सामाजिक दूरी बनाने और मास्क पहनने के निर्देश देने लगे. इस दौरान उन्होंने प्रत्याशियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा ना हो कि "वे चुनाव जीत जाएं और कोरोना से जंग हार जाएं." इसलिए कोविड नियमों का पालन करें.
वैश्विक महामारी कोरोना 2.0 के बीच 2 मई को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू हो चुकी है. मतगणना स्थलों पर जहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है. तो वहीं, लोग पूरी तरह से लापरवाह दिख रहे हैं. चुनाव जीतने की धुन में उन्हें इस बात का डर भी नहीं सता रहा है कि कहीं वे कोरोना से हार न जाए. यही वजह है कि एक मतगणना स्थल पर पहुंचे गोरखपुर के जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन को बाइक लेकर यह कहना पड़ा कि सामाजिक दूरी बनाए और मास्क पहनें. कहीं ऐसा न हो कि वे चुनाव जीत जाएं और कोरोना से हार जाएं.
कानपुर के बिकरू गांव में 25 साल बाद निष्पक्ष मतदान से प्रधान का निर्वाचन हुआ है. आरक्षित सीट पर मधु ने जीत दर्ज की है. उन्होंने प्रतिद्वंदी बिंदु कुमार को 54 वोटों से हराया. कुख्यात विकास दुबे के अंत के बाद निष्पक्ष मतदान हुआ.
कानपुर के बिधनू ब्लाक में किन्नर काजल किरन ने ग्राम प्रधान के पद पर जीत दर्ज की है. बिधनू विकास खंड के सेन पश्चिम पारा ग्राम पंचायत से किन्नर काजल किरन ने प्रधान पद पर जीत दर्ज की. काजल किरन ने गुड़िया देवी को 185 मतों से हराया. शहर में राजनीति करने के दौरान काजल किरन नौबस्ता पशुपति नगर वार्ड 48 से पार्षद रह चुकी हैं.
आगरा में पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती जारी है. आगरा SSP ने बताया, "हर मतगणना स्थल पर 3 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं. ड्रोन की भी व्यवस्था की गई है. जो भी मतगणना केंद्र के अंदर और बाहर जा रहा है उसकी कोविड प्रोटोकॉल के तहत जांच हो रही है."
हाथरस के इस काउंटिंग सेंटर पर कोविड प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. ऐसे में सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर प्रशासन कहां था और क्या कर रहा था.
यूपी पंचायत चुनाव के लिये मतगणना जारी है. सरकार के तमाम दावों के बावजूद कोरोना नियमों का ताक पर रखा जा रहा है. इस बीच हाथरस से चिंता में डालने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. यहां के एक मतगणना स्थल से एक वीडियो सामने आया है. इसमें काउंटिंग एजेंट और समर्थक बैरिकेडिंग को तेड़कर मतगणना केंद्र के तरफ भाग रहे हैं. ये वीडियो चुनाव आयोग के तमाम दावों की पोल खोल रहा है.
लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मतगणना केंद्र का दौरा किया, उत्तर प्रदेश में आज पंचायत चुनाव की मतगणना चल रही है. जिलाधिकारी ने कहा, "अधिकतर केंद्रों पर पहले चरण की मतगणना हो रही है. हर सेंटर पर ये सुनिश्चित किया गया है कि एक साथ लोग नहीं आएं."
कानपुर के जामू ज़िला पंचायत से उम्मीदवार प्रीति सिंह आगे, प्रतिद्वंद्वी भूरे सिंह से 4 वोट से आगे चल रही हैं प्रीति सिंह. एक वार्ड में प्रीति सिंह को 151, भूरे को 147 वोट मिले. सेन पश्चिम पारा में मतगणना के बाद महज 4 वोट से आगे.
कानपुर देहात ज़िले में पहला परिणाम डेरापुर की ग्राम पंचायत नन्दपुर का आया है. डेरापुर विकासखंड से नंदपुर ग्राम पंचायत के प्रधान पद प्रत्याशी प्रमोद कुमार 330 मत पाकर पाकर विजयी घोषित हुए हैं. प्रमोद कुमार ने प्रतिद्वंद्वी सुनील कुमार को 48 मतों से हराया. कुल 330 वोट पाये जब कि पराजित प्रत्याशी ने 282 वोट पाये.
पीलीभीत में पूरनपुर मंडी में मतगणना के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. मतगणना काउंटिंग में हेराफेरी करने का आरोप लगा था. इसके बाद दो पक्षों के बीच कहासुनी के बाद लोग आपने सामने आ गए. फिर पुलिस ने भीड़ जमा होता देख लाठियां भांजी. मामला पूरनपुर तहसील मंडी मतगणना स्थल का है.
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने कहा कि पंचायत चुनाव की मतगणना के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. हर मतगणना केंद्र पर एडिशनल डीसीपी लेवल के अधिकारी लगाए गए हैं, पर्याप्त फोर्स लगाई गई है. किसी भी प्रकार के विजय जुलूस और ऐसे किसी भी आयोजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पंचायत चुनाव में भाजपा, सपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन जैसी राजनीतिक पार्टियों ने भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. हालांकि इन पार्टियों के उम्मीदवार पार्टी के चुनाव निशान पर नहीं, बल्कि आयोग द्वारा दिए गए व्यक्तिगत चुनाव चिह्नों पर मैदान में उतरे.
मिर्ज़ापुर में प्रत्याशियों और मतगणना एजेंटों को पुलिस संभाल नहीं पाई. कई लोग पुलिस को धक्का देकर अंदर घुस गए. इस दौरान जांच नहीं हो पाई. सीओ सिटी और पीएसी के जवान खड़े के खड़े रह गई. न थर्मल स्कैनिंग हुई, न ही भीड़ को रोक पाए.
आजमगढ़ जिले के सभी 22 विकास खंडों के नजदीकी विद्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूम में पंचायत चुनाव की मतगणना आज सुबह 8 बजे शुरू हो गई. मतगणना न्याय पंचायत वार कराई जा रही है. जिले के 278 न्याय पंचायत के लिए 1112 टेबल लगाए गए हैं. प्रत्येक टेबल पर 4 कर्मचारियों की ड्यूटी वोटों की गिनती के लिए लगाई गई है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना चल रही है. प्रत्याशी और उनके एजेंटों के मतगणना स्थल पर प्रवेश के लिए अनिवार्य पास उन्हीं का बनाया गया है जिनकी कोविड जांच के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आई है या जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है.
बागपत में मतगणना केंद्र के बाहर बैठे प्रत्याशियों पर लाठियां भांजते हुए एएसपी कैमरे में कैद हुए हैं. एएसपी ने लाठियां भांजकर प्रत्याशियों को दौड़ाया. मतगणना केंद्र के बाहर सुबह से कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही थी. इस दौरान 12 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं.
बरेली में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना में डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. जहां ना तो कोविड गाइडलाइन का पालन होते दिख रहा है ना ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश का, यहां कई हजार लोग मतगणना स्थल पर पहुंचे हुए हैं. मतगणना स्थल के बाहर लोगों की भीड़ देखकर यह लगता है कि इन लोगों में कोरोना का कोई डर नहीं है. ना ही जिला प्रशासन को इसकी कोई चिंता है.
कानपुर में जिला पंचायत की 32 सीटों में 399 प्रत्याशी मैदान में है. ग्राम प्रधान की 590 सीटो में 4485 प्रत्याशी, 789 बीडीसी सीट पर 3402 प्रत्याशी की भी गिनती हो रही है. गाइड लाइन के तहत कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के बाद ही प्रत्याशियों और मतगणना एजेंट को प्रवेश की अनुमति है. लेकिन इस दौरान कानपुर के भौंती राजकीय इंटर कॉलेज में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी.
उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में ओसा मंडी मतगणना स्थल पर भी सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं और जिला प्रशासन बेखबर है. कुल 445 ग्राम प्रधान पद के लिए 11113 उम्मीदवार मैदान पर हैं और 26 जिला पंचायत सदस्य के लिए मतगणना हो रही है. कुल 8 जगहों पर जिला में मतगणना स्थल बनाया गया है लेकिन कहीं भी कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है.
यूपी सरकार ने 829 मतगणना केंद्रों में से प्रत्येक के लिए एक नोडल अधिकारी को अधिसूचित किया है, जिनमें से अधिकतर सरकारी स्कूल हैं. ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि मतगणना के लिए कर्मी, उम्मीदवार और उनके एजेंटों के साथ-साथ सुरक्षा कर्मियों, निर्दिष्ट कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. मतगणना आठ घंटे की पाली में होगी और प्रत्येक पाली के बाद सेंटर को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा.
बरेली में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना में डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. जहां ना तो कोविड गाइडलाइन का पालन होते दिख रहा है ना ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश का, यहां कई हजार लोग मतगणना स्थल पर पहुंचे हुए हैं. मतगणना स्थल के बाहर लोगों की भीड़ देखकर यह लगता है कि इन लोगों में कोरोना का कोई डर नहीं है. ना ही जिला प्रशासन को इसकी कोई चिंता है.
हाथरस में पंचायत चुनाव की मतगणना में कोविड प्रोटोकॉल हवा हवाई. शहर के एम जी पॉलिटेक्निक कालेज मत गणना केंद्र पर मतगणना एजेंटों की भीड़ जुटी हुई है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ तो पुलिस ने लोगों को खदेड़ा है. जिले में सात केंद्रों पर वोटों की गिनती हो रही है. जिले में 7663 प्रत्याशियों की किस्मत का आज फैसला होगा.
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना ठीक 8 बजे शुरू हो गई. प्रशासन द्वारा कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से तमाम तरह की गाइडलाइन जारी की गई हैं. इनमें सबसे मुख्य है कि जो लोग भी मतगणना स्थल पर आएंगे उनके पास कोविड-19 कि पिछले 24 घंटे की नेगेटिव रिपोर्ट होनी अनिवार्य है. यदि किसी के पास यह रिपोर्ट नहीं होगी तो उन्हें मतगणना स्थल में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
इससे पहले शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने मतगणना पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग की तरफ से बनाए गए कोविड प्रोटोकॉल के पूरी तरह पालन का आदेश दिया. कहा- मतगणना पूरी होने तक इलाके में कर्फ्यू रहे. आम लोगों को वहां इकट्ठा न होने दिया जाए. प्रत्याशियों का कोविड टेस्ट हो. जवाबदेह अधिकारियों के नाम अधिसूचित किए जाएं.
आरएसएस के अनुषांगिक संगठन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ और उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ समेत कई संगठनों ने मतगणना के बहिष्कार की घोषणा की है. यूपी शिक्षक महासंघ ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि शिक्षकों एवं कर्मचारियों को चुनाव संबंधी प्रशिक्षण एवं मतदान की ड्यूटी के दौरान महामारी से बचाने की व्यवस्था उपलब्ध कराने में चुनाव आयोग की विफलता तथा अपने संघ के सदस्यों के प्राणों के रक्षार्थ उत्तर उसने निर्णय लिया है कि यदि रविवार, दो मई को प्रस्तावित मतगणना स्थगित नहीं की गई तो हमारे विभाग के शिक्षक उसका बहिष्कार करेंगे.
बैकग्राउंड
यूपी में चार चरणों में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है. सभी मतपत्रों की गिनती होने तक यह जारी रहेगी. संभावना जताई गई है कि मतगणना प्रक्रिया पूरा होने में लगभग दो दिन का समय लग सकता है. राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों और एजेंटो को स्पष्ट हिदायत दी है कि मतगणना केंद्रों में उन्हें ही प्रवेश मिलेगा जिनकी कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव होगी.
राज्य चुनाव आयुक्त मनोज कुमार ने सभी सभी जिलाधिकारी और जिला चुनाव अधिकारियों को यह आदेश दिया है कि प्रत्येक मतगणना केंद्र पर मतगणना के दिन मेडिकल हेल्थ डेस्क खोले जाएं. आयोग की ओर से जारी बयान के अनुसार आयुक्त की यह स्पष्ट हिदायत है कि कोविड-19 के लक्षण जैसे बुखार, जुकाम आदि होने पर मतगणना स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी. मतगणना हाल या कक्ष या परिसर में प्रवेश के समय सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग कराना अनिवार्य किया गया है. आयोग ने विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगाया है और किसी भी प्रत्याशी को विजय जुलूस की अनुमति कतई नहीं दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मत डाले गए थे. पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ था. राज्य में चारों चरणों में ग्राम पंचायत प्रधान के 58,194, ग्राम पंचायत सदस्य के 7,31,813, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,808 और जिला पंचायत सदस्य के 3,051 पदों के लिए मत डाले गये थे. इनमें से कुछ पदों पर निर्विरोध निर्वाचन भी हो चुका है. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से पंचायत चुनाव प्रक्रिया 25 मई तक समाप्त करने को कहा था.
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