Om Prakash Rajbhar News: पेपर लीक को लेकर मचे बवाल के बीच जहां एक तरफ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदीराम के वायरल वीडियो को लेकर मामला गरमाया हुआ है तो वहीं अब खुद सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर भी खुलेआम नौकरी लगवाने का जुगाड़ करते हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने विधायक बेदीराम के संदर्भ में बात करते हुए ये तक कह दिया कि इनके कई चेले हैं जो सरकारी नौकरी कर रहे हैं. बेदीराम के साथ अब राजभर का ये वीडियो आने से सियासी पारा हाई होना तय है. 


ओम प्रकाश राजभर का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें वो कह रहे हैं कि, 'किसी विभाग में नौकरी चाहिए..आपके परिवार, भाई, बच्चे या बच्ची को नौकरी चाहिए तो फॉर्म भरने के बाद कॉल लेटर आ जाए तो हमें कॉल कर लेना. निश्चित है जुगाड़ तो बना ही देंगे.' इसके बाद वो बेदी राम के संदर्भ में कहते हैं कि 'ये देखने में ही ऐसे लग रहे हैं..इनके कई लाख चेला लोग नौकरी कर रहे हैं. सबको इन्होंने ही नौकरी दी है. आप लोग भी मेहनत कर रहे हो तो आप बताओ कि आपको भी नौकरी चाहिए या नहीं..


सुभासपा विधायक का नाम भी आया सामने
दूसरी तरफ सुभासपा विधायक बेदी राम का भी वीडियो सामने आया है जिसमें वो नौकरी और पेपर लीक को लेकर बातें करते दिख रहे हैं. इस दौरान वो ये भी कहते हैं कि वो कई राज्यों में भर्तियां कराते हैं और उन्होंने 40-40 लोगों को नौकरी दिलवाई है. बताया जा रहा है कि ये वायरल वीडियो एक युवक ने बनाया है जो ज्वाइनिंग नहीं हो पाने पर अपने पैसे वापस मांगने पहुंचा था. 


बेदी राम सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के करीबी माने जाते हैं और गाजीपुर की जखनियां सीट से विधायक है. ये पहली बार नहीं है जब उनका नाम पेपर लीक में आया है. इससे पहले भी साल 2014 रेलवे भर्ती पेपर लीक मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे में भी इसका जिक्र किया गया है. उन पर यूपी, राजस्थान, जयपुर और मध्य प्रदेश में एक या दो नहीं बल्कि पेपर लीक की 9 FIR दर्ज है.


राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कई थानों में विधायक बेदी राम पर बेहद गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था और वो पेपर लीक मामले में जेल भी जा चुके हैं. ये वीडियो सामने आने के बाद सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राजभर को तलब कर लिया है. 


हाईकोर्ट ने तलब किए बीएसपी विधायक राजू पाल मर्डर केस के रिकार्ड, सीबीआई से चार हफ्ते में जवाब भी मांगा