UP Pasmanda Muslim: उत्तर प्रदेश (UP) के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने समाजवादी पार्टी (SP), कांग्रेस (Congress) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) पर मुसलमानों को पिछड़ा बनाए रखने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि पसमांदा (पिछड़ा) मुस्लिम (Muslim) समाज ने सब पर भरोसा करके देख लिया है, अब एक बार बीजेपी (BJP) पर भी यकीन करके देखे. उन्होंने कहा कि आपने कभी सपा, कभी बसपा तो कभी कांग्रेस को वोट देकर मजबूत किया. वे आपके सहयोग से राजनीति के ऊंचे मुकाम पर पहुंचे. यहां से जाने के बाद आप ईमानदारी से हिसाब लगाइएगा कि वास्तव में जो लोग अभी तक आपका वोट लेकर राज करते थे, उन्होंने आपके साथ क्या किया?


उत्तर प्रदेश बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से आयोजित पसमांदा मुस्लिम जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह का उद्घाटन करने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, "इन पार्टियों ने जहर फैलाकर मुसलमानों को बीजेपी से दूर रखने का काम किया. दूसरी पार्टियों ने पसमांदा समाज को जानबूझकर पीछे छोड़ दिया. उनका यही सोचना था कि आप मुसीबत से जूझते रहें और जब वोट देने की बात आएगी, तब कोई जहरीला बयान देकर आपके वोट ले लेंगे और फिर आपको आपके हाल पर छोड़ देंगे, लेकिन हम आपके पहरेदार बन कर सच्चे सेवक की तरह आपकी सेवा करेंगे."


'जिन्होंने पसमांदा मुसलमानों का इस्तेमाल किया, उन्हें सबक सिखाना है'


डिप्टी सीएम ने पसमांदा मुसलमानों से आने वाले हर चुनाव की बागडोर अपने हाथ में लेने का आह्वान करते हुए कहा, "आपने सब पर भरोसा कर कर देख लिया, जरा एक बार भाजपा पर भी भरोसा करके देख लीजिए. देश की राजनीति की मुख्यधारा भारतीय जनता पार्टी ही है. जिन लोगों ने पसमांदा मुसलमानों का अभी तक सिर्फ इस्तेमाल किया, उन्हें सबक सिखाना है." उन्होंने आगे कहा, "इस सम्मेलन के बाद खुद को मुसलमानों का ठेकेदार समझने वाले राजनीतिक दलों में खलबली शुरू हो जाएगी, लेकिन अभी तो यह झांकी है, अभी तो पूरी पिक्चर बाकी है. आने वाले समय में जब हर नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्रों में पसमांदा मुसलमानों को लेकर ऐसे कार्यक्रम होंगे, तब इनका क्या हाल होगा?


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मुसलमानों के घर में मुफ्त शौचालय क्यों नहीं बना: केशव प्रसाद मौर्य


केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पसमांदा मुसलमान अपने सात-आठ सवाल चुनकर रख लें और जब सपा, बसपा या कांग्रेस के लोग बीजेपी के साथ जुड़ने पर उन्हें बरगलाएं तो उनसे सवाल किया जाए कि जब उनकी पार्टी सत्ता में थी, तब मुसलमानों के घर में मुफ्त शौचालय क्यों नहीं बना, मुफ्त गैस कनेक्शन क्यों नहीं पहुंचा और आयुष्मान योजना का लाभ क्यों नहीं दिया गया?


दानिश आजाद अंसारी बोले- पसमांदा मुसलमानों का होगा राजनीतिक उत्थान


वहीं प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खास तौर पर पसमांदा मुसलमानों के उत्थान के लिए काम किया है. उन्होंने मुसलमानों का शैक्षणिक और सामाजिक उत्थान तो किया ही है, आने वाले समय में उनका राजनीतिक उत्थान भी किया जाएगा. उन्होंने कहा, "पसमांदा समाज हमेशा से पिछड़ा रहा है. यह मुस्लिम समाज का एक अहम अंग है और उसका सशक्तिकरण किए बगैर मुस्लिम कौम को सशक्त नहीं किया जा सकता. सरकार मुसलमानों को तरक्की के मंच पर लाकर उन्हें आगे बढ़ाने के मकसद से काम कर रही है."


यूपी में 85 प्रतिशत है पसमांदा मुसलमानों की हिस्सेदारी


गौरतलब है कि पसमांदा यानी मुसलमानों के पिछड़े वर्गों की उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों की कुल आबादी में 85 प्रतिशत हिस्सेदारी है. मुसलमानों की 41 जातियां इस समाज में शामिल है.  इनमें कुरैशी, अंसारी, सलमानी, शाह, मंसूरी और सिद्दीकी प्रमुख हैं. बीजेपी मुस्लिम समाज के इस बड़े वर्ग को अपने पाले में लाने के प्रयास के तहत जगह-जगह पसमांदा सम्मेलन आयोजित कर रही है. पार्टी ने ऐलान किया है कि आने वाले नगरीय निकायों के चुनाव में वह मुसलमानों को भी टिकट देगी.