UP PCS J: यूपी पीसीएस जे 2022 भर्ती परीक्षा में कॉपियों की अदला बदली और गड़बड़ी के विवाद से जुड़ी खबर सामने आ रही है. इस विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई.  यूपी लोक सेवा आयोग के चेयरमैन की तरफ से कोर्ट में दाखिल सप्लीमेंट्री एफिडेविट किया गया. हाईकोर्ट ने चेयरमैन के एफिडेविट पर जवाब दाखिल करने के लिए याचिकाकर्ता को दो हफ्ते का समय दिया गया है. याचिकाकर्ता श्रवण पांडेय की तरफ से आज अलग से एक अर्जी दाखिल की गई है. इस अर्जी में याचिका को संशोधित किए जाने की अपील भी की गई है.


श्रवण पांडेय की याचिका को जनहित याचिका के तौर पर सुने जाने की मांग भी की गई है. इसके अलावा पूरे मामले की जांच सीबीआई या अन्य किसी एजेंसी से कराए जाने की भी मांग की गई. वहीं आयोग पहले ही 50 अभ्यार्थियों के कॉपियों की अदला-बदली की बात कबूल कर चुका है. इलाहाबाद हाईकोर्ट से जांच की मॉनिटरिंग किए जाने का भी अनुरोध किया गया है. लोक सेवा आयोग के जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आपराधिक कार्रवाई किए जाने की भी मांग की गई है. 


अगस्त के दूसरे हफ्ते में होगी सुनवाई
अदालत ने इन बिंदुओं पर यूपी लोक सेवा आयोग से जवाब दाखिल करने को कहा है. अगस्त के दूसरे हफ्ते में अब इस मामले की सुनवाई होगी. जस्टिस एसडी सिंह और जस्टिस दोनाडी रमेश की डिवीजन बेंच में मामले की सुनवाई हुई. अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की तरफ से याचिका दाखिल की गई है. आयोग पहले ही 50 अभ्यर्थियों के कॉपियों की अदला-बदली की गलती कबूल कर चुका है. आयोग के खिलाफ आरोपों में पीसीएस उत्तर पुस्तिकाओं के साथ छेड़छाड़ और रिश्वत के बदले अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण अंक देने का आरोप शामिल है.


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