(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP PCS J Exam : जज के कुल 303 पदों के लिए 12 फरवरी को परीक्षा देंगे 79 हजार 561आवेदक, इन 5 शहरों में बनें हैं केंद्र
उत्तर प्रदेश में सिविल जजों की नियुक्ति के लिए 12 फरवरी को परीक्षा होनी है. आगरा, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ और प्रयागराज में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कुल 303 पदों में 123 पद अनारक्षित हैं.
Lucknow : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) जजों की नियुक्ति के लिए परीक्षा का आयोजन करता है, जिसे लोग यूपी पीसीएस-जे के नाम से जानते हैं. कानून की डिग्री लेकर जो भी उम्मीदवार सिविल जज की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और 12 फरवरी को होने वाली इस परीक्षा में बेहतरीन अंक लाकर उत्तर प्रदेश में न्यायाधीश बनना चाहते हैं उनके लिए बहुत उपयोगी जानकारी सामने आई है. इस बार 303 पदों के लिए पीसीएस-जे की परीक्षा हो रही है. इनमें 123 पद सामान्य वर्ग के लिए हैं. पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी के लिए कुल 81 पद हैं, जबकि अनुसूचित जाति के लिए 63 पद आरक्षित हैं. आर्थिक रूप से कमजोर यानी ईडब्ल्यूएस कोटा के तहत भी 30 पद रिजर्व हैं. बाकी बचे पद अनुसूचित जनजाति, भूतपूर्व सैनिकों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों, महिलाओं और दिव्यांग जनों के लिए भी पद आरक्षित हैं.
परीक्षा के लिए पांच शहरों में बनाए गए हैं 171 केंद्र
पीसीएस जे 2022 की प्रारंभिक परीक्षा 12 फरवरी को आयोजित होने जा रही है. पूरे राज्य से इस परीक्षा के लिए आगरा, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ और प्रयागराज यानी कुल 5 शहरों को चुना गया है. इन सभी पांच शहरों में केंद्रोॆ की बात करें तो इन 5 शहरों के 171 केंद्रों पर परीक्षा होगी. जिसमें आंकड़ों के मुताबिक 79 हजार 561 अभ्यर्थी परीक्षा में भाग लेंगे.
आगरा में बने हैं सबसे ज्यादा 51 परीक्षा केंद्र
आगरा में कुल 51 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जहां कुल 23 हजार 671 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे. इसी तरह कानपुर के 27 केंद्रों पर 12 हजार 598 अभ्यर्थी, परीक्षा में बैठने वाले हैं. गोरखपुर के 28 केंद्र बनाए गए हैं जहां 13 हजार 5 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. मेरठ के 32 केंद्रों पर 14 हजार 632 अभ्यर्थी और प्रयागराज के 33 केंद्रों पर 15 पर 353 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने वाले हैं. इस तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा के केंद्रों पर सर्वाधिक अभ्यथियों परीक्षा में शामिल होने की व्यवस्था की गई है. इस बार जो परीक्षा हो रही है उनमें आरक्षण के हिसाब से10 में से एक को मुख्य परीक्षा के लिए और तीन में एक को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा.
ये भी पढ़ें :-Ghaziabad: 5 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या, कोर्ट ने 65 दिन में दोषी को सुनाई फांसी की सजा