UP News: उत्तर प्रदेश प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) 2022 का आयोजन राज्य के अलग-अलग जगह पर किया गया है. यूपी बाराबंकी (Barabanki) में इस परीक्षा का आयोजन 15 और 16 अक्टूबर को जिले के 28 केंद्रों पर किया जा रहा है. दो दिन की इस परीक्षा में कुल 53 हजार 568 अभ्यर्थी शामिल होंगे. सभी परीक्षा केंद्रों को 10 सेक्टर में बांटकर प्रत्येक केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए. वहीं DIOS कार्यालय में कंट्रोल रूम का गठन कर ड्यूटी लगा दी गयी है. दो पालियों में होने वाली यह परीक्षा सुबह 10 बजे से 12 बजे तक हुई. वहीं दूसरी पाली में अपराह्न 3 बजे से शाम 5 बजे तक हुई.


एक पाली में 13292 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए. इस परीक्षा को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए करीब नौ सौ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई. सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी एसडीएम और तहसीलदार स्तर के अधिकारियों को दी गयी है. DIOS कार्यालय में बने कंट्रोल रूप का प्रभारी अतिरिक्त मजिस्ट्रेट केडी शर्मा को बनाया गया. वहीं सहायक के रूप में खण्ड शिक्षा अधिकारी चन्द्रशेखर यादव और वरिष्ठ सहायक राहुल त्रिपाठी की ड्यूटी लगाई गई.


जानें औरैया के परीक्षा केंद्रों का हाल


उत्तर प्रदेश में 15 और 16 तारीख को PET परीक्षा को लेकर औरैया जिला प्रशासन अलर्ट है. इसके लिए जिलाधिकारी ने पहले से ही कक्षा 1 से लेकर 8 तक के स्कूल को बंद कर दिया. इसके साथ-साथ कम्प्यूटर जनसेवा केंद्रों को बंद रखने के आदेश दिए गए. इस परीक्षा के लिए औरैया जनपद में करीब 28 सेंटर बनाए गए, जहां 20 हजार से ज्यादा छात्र दूसरे मंडल से आकर परीक्षा देने आये. वहीं आज 9 बजे से पहला पेपर शुरू हुआ जिसको लेकर जनपद के तमाम अधिकारी अलर्ट पर थे. यहां छात्रों का प्रवेश पत्र चेकिंग कर परीक्षा केंद्र में एंट्री दी गई. वहीं मुन्ना भाई पर नजर रखने के लिए भी पुलिस विभाग की अलग-अलग टीम निगरानी बनाए रखे थी.


जालौन जिले के परीक्षा केंद्रों का हाल


इस परीक्षा में प्रदेश भर के कुल 37 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. जालौन में भी लगभग 35 हजार छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए. जिला प्रशासन की ओर से 17 परीक्षा केंद्र बनाए गए और सुरक्षा के मद्देनजर सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्स की तैनाती की गई. वहीं दूर-दराज इलाकों से परीक्षा देने आए छात्रों ने बताया कि छात्र दूर-दूराज से परीक्षा देने आते हैं. ऐसे में सरकार को रेल या बस की सुविधा देनी चाहिए ताकि छात्रों को कोई परेशानी ना हो.


बता दें कि प्रदेश भर में यूपी पेट परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. परीक्षा में शामिल होने के लिए दूर-दराज इलाकों से छात्र परीक्षा केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. वहीं छात्रों का यह सफर काफी मुश्किल भरा रहा रोडवेज से लेकर ट्रेनों में भारी भीड़ नजर आ रही थी. एग्जाम की तैयारी करने के बाद छात्रों को इस जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है. छात्रों ने रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर रात गुजारी और सुबह होते ही केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंच गए.


जिले में 37 हजार से ज्यादा छात्र परीक्षा देने पहुंचे, इस दौरान छात्रों ने कई किलोमीटर का सफर तय किया. वहीं इस दौरान कोटा राजस्थान से पेपर देने आए छात्र का कहना है कि 600 किमी से ज्यादा सफर तय किया और रात बस स्टेंड पर गुजारी. वहीं, छात्र का कहना है कि सरकार को सोचना चाहिए कि सेंटरों को इतना दूर नहीं बनाए. सरकार को नजदीक के जिलों में परीक्षा केंद्र बनाना चाहिए जिससे छात्रों को सड़कों पर रात ना गुजारनी पड़े.


प्रयागराज के परीक्षा केंद्रों का हाल


यूपी पीईटी की यह परीक्षा आज से संगम नगरी प्रयागराज में भी शुरू हो गया. इस परीक्षा के लिए प्रयागराज में कुल 64 केंद्र बनाए गए. 2 दिनों की चार पारियों में होने वाली इस परीक्षा में प्रयागराज में 1.20 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए. परीक्षा को लेकर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे. हर केंद्र पर पुलिस की तैनाती की गई, साथ ही मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए. एसटीएफ और खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया. केंद्रों पर प्रवेश देने से पहले अभ्यर्थियों की गहनता से चेकिंग की गई.


हालांकि परीक्षा को निष्पक्ष-शांतिपूर्वक और बिना किसी विवाद के संपन्न करा पाना प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती बनी. परीक्षा को लेकर यूपी रोडवेज ने भी खास इंतजाम किए हैं. प्रयागराज में इस टेस्ट में शामिल होने आए ज्यादातर अभ्यर्थी पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों से हैं. इन परीक्षार्थियों का कहना है कि वह पूरी तैयारी के साथ आए हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह इस परीक्षा में जरूर कामयाब होंगे.


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