Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की बाराबंकी (Barabanki) पुलिस के उत्पीड़न की कई कहानियां हैं कभी किसी निर्दोष को जेल भेजने की तो कभी किसी निर्दोष को मारने पीटने की. अब वहीं ताजा मामला बाराबंकी पुलिस द्वारा एक फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर चार लाख रुपये वसूलने का है. यहां सफदरगंज पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई ना होने से पीड़ित व्यक्ति धरने पर बैठ गया है. दरअसल, पीड़ित व्यक्ति का आरोप है कि सफदरगंज पुलिस ने उसे फर्जी एनडीपीएस केस में फंसाने की धमकी देकर उससे चार लाख रुपये वसूल लिए हैं. इस मामले में पीड़ित व्यक्ति ने बाराबंकी पुलिस अधीक्षक को एफिडेविट के साथ शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी. शिकायत के करीब 10 दिन बीत जाने के बाद कार्रवाई न होने से परेशान पीड़ित व्यक्ति धरने पर बैठ गया है. धरने पर बैठे पीड़ित व्यक्ति ने रुपये वसूलने वाले पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की है.
बता दें कि करीब 10 दिन पहले सफदरगंज पुलिस पर चार लाख रुपये वसूलने का आरोप लगाया गया था. यह आरोप सफदरगंज थाना क्षेत्र के रामपुर भवानीपुर गांव के रहने वाले 70 वर्षीय बुनकर नुरूल हसन ने लगाया था. नूरुल हसन ने बाराबंकी पुलिस अधीक्षक को एफिडेविट के साथ शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी. नूरुल हसन ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में बताया था कि 23 दिसंबर 2022 को दिन में समय करीब 3 बजे सफदरगंज थाने के दीवान का उसके पास फोन आया और कहा कि कल आकर थाने में मिले. पीड़ित नुरुल हसन ने बताया कि जब वह अगले दिन सफदरगंज थाने गए तो वहां पर दीवान ने थानाध्यक्ष और दूसरे पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मुझसे 7 लाख रुपये मांगे और कहा कि अगर नहीं दोगे तो एनडीपीएस के फर्जी केस में जेल भेज दिया जायेगा.
अधिकारियों से की पैसा वापस दिलाने की मांग
पीड़ित नुरुल हसन ने बताया कि मेरा सौदा चार लाख रुपये में तय हुआ. पीड़ित के मुताबिक उसने पुलिस से पीछा छुड़ाने के लिए रिश्तेदारों से पैसे मांग कर 4 लाख रुपये दीवान को थाना इंचार्ज की मौजूदगी में देकर अपना पीछा छुड़वाया. 10 दिन पहले बाराबंकी पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह से एफिडेविट के साथ की गई शिकायत में कार्रवाई न होने के बाद पीड़ित व्यक्ति परेशान होकर बाराबंकी जिले के गन्ना दफ्तर में धरने पर बैठ गया है. धरने पर बैठे पीड़ित व्यक्ति अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए, पैसा वापस दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं. धरने पर बैठे 70 वर्षीय पीड़ित नुरुल हसन का कहना है कि मेरा पैसा वापस दिलाया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए. मामले की शिकायत मिलने के बाद एसपी ने कार्रवाई की बात कही है.
एसपी ने कही कार्रवाई की बात
वहीं पुलिस अधीक्षक बाराबंकी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि एक एप्लीकेशन आई है, जिसमें दिसम्बर में थानाध्यक्ष सफदरगंज द्वारा पैसे लेने का आरोप लगा था. इस मामले की जांच की जा रही है क्योंकि शिकायत बहुत देर से की गई है. अगर ये आरोप सही पाया गया तो कोई भी व्यक्ति चाहे वो किसी भी रैंक का होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. इसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी को दी गई है उनकी रिपोर्ट आते ही उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.
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