UP Police: सपा के पूर्व MLC और उनकी बेटियों पर हमले के मामले में एक्शन, हिरासत में दो, सामने आई ये वजह
पूर्व विधान पार्षद लीलावती कुशवाहा (Lilavati Kushwaha) और उनकी दो बेटियों पर शुक्रवार को हुए हमले के बाद दी गई तहरीर के अनुसार ये पुश्तैनी मकान पर कब्जे को लेकर विवाद था.
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की पूर्व विधान पार्षद (MLC) लीलावती कुशवाहा (Lilavati Kushwaha) शुक्रवार को अयोध्या (Ayodhya) जिले में एक पैतृक आवास पर कब्जे को लेकर हुए विवाद में घायल हो गईं. पुलिस ने यह जानकारी दी.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की पूर्व सदस्य कुशवाहा और उनकी दो बेटियां इस विवाद में घायल हो गईं, जिनका जिला अस्पताल में उपचार हो रहा है. घटना का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आरके नैय्यर ने सआदतगंज थाना प्रभारी अरविंद पटेल को लाइन हाजिर किया है, जबकि विवाद में शामिल दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक, कैंट थाना क्षेत्र के लाला का पुरवा निवासी राम औतार और उसके भतीजे राजेश के बीच पुश्तैनी मकान पर कब्जे को लेकर विवाद था. कुशवाहा ने अपनी दोनों बेटियों के साथ जाकर राजेश का पक्ष लिया. पुलिस ने बताया कि राम औतार पक्ष की महिलाओं ने कुशवाहा और उनकी बेटियों के साथ मारपीट की, जिसमें वे घायल हो गईं और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या बोले सपा के प्रदेश अध्यक्ष?
इस बीच, लखनऊ में जारी एक बयान में समाजवादी पार्टी की यूपी इकाई के प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने पूर्व विधान परिषद सदस्य लीलावती कुशवाहा पर हुए प्राणघातक हमले की निंदा करते हुए हमलावरों की गिरफ्तारी तथा उन पर कठोर कार्रवाई की मांग की है.
पटेल ने कहा कि लीलावती कुशवाहा के साथ उनकी दो बेटियों अलका कुशवाहा (32), आस्था कुशवाहा (30), पड़ोसी दुर्गा (25) को भी गंभीर चोटें आई हैं. कुशवाहा के सिर में ज्यादा चोट आई है. उन्हें तथा उनकी बेटी अलका कुशवाहा को केजीएमयू, लखनऊ रेफर किया गया है.
वहीं सपा ने ट्वीट कर लिखा, "यूपी में पुलिस और प्रशासन न्याय दिलाने में नाकाम. योगी सरकार की पुलिस और प्रशासन द्वारा उचित कार्रवाई न करने का नतीजा कि समाजवादी महिला सभा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लीलावती कुशवुहा व उनकी बेटियों पर हुआ जानलेवा हमला. पूर्व एमएलसी लीलावती जी को सुरक्षा प्रदान करे सरकार, हो न्याय."