NSG Commandos Mock Drill: यूपी लोकभवन और विधानभवन में आज फिर से उस वक्त हड़कप मच गया जब लोकभवन के ऊपर अचानक फिर से सेना का हेलीकॉप्टर मंडराने लगा. ये हेलीकॉप्टर लोकभवन के पास पहुंचा, जिसके बाद एक के बाद एक कई एनएसजी के कमांडों रस्सी के सहारे छत पर कूदे और मोर्चा संभाल लिया. ये देखकर आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया है. इस दौरान आसपास के इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे और सुबह से ही वाहनों की आवाजाही को भी रोक दिया गया. 


दरअसल ये सब कुछ एनएसजी और यूपी पुलिस की संयुक्त मॉक ड्रिल 'ऑपरेशन गांडीव-वी' का हिस्सा है, ये संयुक्त मॉक ड्रिल आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए की गई. जिसकी शुरुआत बुधवार रात से की गई जब लोकभवन के सामने ब्लास्ट हो जाता है और आतंकी लोकभवन को अपने कब्जे में ले लेते हैं. इसके बाद यहां NSG का सर्च ऑपरेशन शुरु किया जाता है. देर रात बाकायदा बख्तर बंद गाड़ी में एनएसजी के कमांडो लोकभवन के सामने पहुंचे और मोर्चा संभाला. यही नहीं आसपास रेलवे स्टेशन की भी जांच की गई. 



मॉक ड्रिल के दौरान बड़ी संख्या में लोगों को बंधक बना लिया जाता है, जिसके बाद फायर ब्रिगेड का गाड़ियां और एंबुलेंस में मौके पर पहुंच गई. इस मॉक ड्रिल के दौरान कुछ पलों के लिए तो लगा जैसे सच में यूपी विधानभवन और लोकभवन में आतंकियों ने हमला कर दिया है. 


यूपी पुलिस और एनएसजी कमांडों की संयुक्त मॉक ड्रिल आज सुबह भी जारी रही. जब आतंकियों को मुकाबला करने के लिए लोकभवन के ऊपर सेना का हेलीकॉप्टर पहुंचा. इस दौरान एनएसजी के कमांडो रस्सी के सहारे हेलीकॉप्टर से नीचे उतरते हुए दिखाई दिए और फिर उन्होंने मोर्चा संभाल लिया. लोकभवन और विधानभवन में ये मॉक ड्रिल सुबह 7 बजे से नौ बजे तक चली. माना जा रहा है कि इसके बाद यूपी पुलिस और एनएसजी की एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी, जिसमें और जानकारी दी जाएगी. 



दरअसल अयोध्या में अगले साल जनवरी में राम मंदिर का उद्घाटन होना है. ऐसे में यहां बहुत बड़ा कार्यक्रम रखा जाएगा. यही नहीं यहां पर कई धार्मिक जगहों वाराणसी, मथुरा में पहले कई बार धमकियां दी गई हैं, जिसे देखते हुए सेना की ऐसी मॉक ड्रिल बेहद जरूरी हो जाती है ताकि किसी भी अप्रिय घटना का मुकाबला किया जा सके. 


UP Politics: 2024 से पहले बीजेपी के लिए खतरे की घंटी! सपा-रालोद की ओर बढ़ा दलितों का झुकाव, 3 उपचुनाव दे रहे हैं संकेत