लखनऊ (संतोष कुमार). लखनऊ पुलिस ने लग्जरी गाड़ी चोरी करने वाले एक ऐसे गैंग को दबोचा है, जिसका नेटवर्क एक दो राज्य में नहीं पूरे हिंदुस्तान में और नेपाल तक फैला था और इस वाहन चोरी के गैंग में भोजपुरी फिल्मों के स्टार से लेकर बैंकॉक में होटल खोलने वाला तक शामिल था. बीएमडब्ल्यू से लेकर फॉर्च्यूनर, इनोवा जैसी 50 लग्जरी गाड़ियां इस गैंग के पास से बरामद हुई है. लखनऊ पुलिस का दावा है कि इस गैंग से अभी हजार गाड़ियां देश के दूसरे हिस्सों से बरामद होना बाकी है, जिसके लिए टीमें बनाकर काम किया जाएगा।.


बीएमडब्ल्यू, होंडा सिटी, ब्रिजा, इनोवा, सियाज, स्कॉर्पियो, कंपास, जीप फॉर्च्यूनर, पजेरो जैसी लग्जरी गाड़ियों का जखीरा लखनऊ पुलिस ने बरामद किया है. 5 करोड़ की कीमत की यह 50 गाड़ियां लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे गैंग से बरामद की हैं, जो अंतर राज्य नहीं अंतरराष्ट्रीय है. जिसका नेटवर्क कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अरुणाचल प्रदेश से लेकर गुजरात तक ही नहीं, नेपाल तक फैला है. एक इंडस्ट्री की तरह पूरे देश में एक्सीडेंटल गाड़ियों की आड़ में चोरी की गाड़ियों को खपाने का नेटवर्क चल रहा है. लखनऊ पुलिस ने इसी गैंग के 5 सदस्यों रिजवान, नासिर खान, श्यामजी जायसवाल, विनय तलवार और पप्पू खान को गिरफ्तार किया है, जब की 10 से ज्यादा गैंग मेंबर अभी फरार हैं.


लखनऊ पुलिस की माने तो अमूमन एक्सीडेंट होने वाली गाड़ी के लिए कैश डैमेज क्लेम के सहारे यह पूरा धंधा चलता था. एक्सीडेंट हुई गाड़ी के उसी मॉडल रंग की दूसरी यह गाड़ी की दूसरी गाड़ी यह गैंग हिंदुस्तान के किसी भी शहर से ऑन डिमांड चोरी करवाता था. जैसे ही चोरी की हुई गाड़ी गैंग के पास पहुंचती, एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त हो चुकी गाड़ी का इंजन नंबर, चेचिस नंबर चोरी की हुई गाड़ी पर चिपका देते. एक्सीडेंट हुई गाड़ी के मालिक से लिए पेपर को किसी तीसरे व्यक्ति को चोरी की गाड़ी ट्रांसफर कर देते. खरीदार को पता भी नहीं चलता कि वह चोरी की गाड़ी खरीद रहा है, क्योंकि गाड़ी में फर्स्ट ओनर के बाद सैकेंड ओनर के तौर पर वो खुद होता और इनपर खरीदार को बैंक लोन भी आसानी से दे रहे थे.


भोजपुरी फिल्म में काम कर चुका एक्टर गैंग का सदस्य


इस शातिर गैंग में भोजपुरी फिल्म, बागी एक योद्धा, मुकद्दर, मुकद्दर का सिकंदर में पुलिस इंस्पेक्टर बन चुके नासिर खान भी इस गाड़ी चोरी करने वाले गैंग का हिस्सा हैं. दूसरे आरोपी रिजवान ने इस धंधे से इतना पैसा कमा लिया कि यह लखनऊ में अकूत संपत्ति जुटाने के बाद बैंकॉक में होटल चलाने के लिए नेपाल के रास्ते भागने वाला था. गैंग के फरार आरोपियों में एक रोमी पाल सिंह खुद को कभी मंत्री का ओएसडी तो कभी कल्याण बोर्ड का चेयरमैन बताता है. लखनऊ पुलिस का कहना है कि गैंग का नेटवर्क बिहार जेल तक जुड़ा है.


फिलहाल लखनऊ पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क के लिए बड़ी टीम लगा दी है. जो इस धंधे में आरटीओ विभाग इंश्योरेंस कंपनी और वाहन चोरी के गैंग को खंगालेगी. शुरुआती पूछताछ के बाद पुलिस का दावा है कि इस नेक्सस से 500 से 1000 गाड़ियां बरामद की जाएंगी.


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