रामपुर, एबीपी गंगा। सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रदेश की योगी सरकार ने भू-माफिया घोषित कर दिया है और पुलिस कभी भी उनको गिरफ्तारी कर सकती है। भू-माफिया घोषित होने के बाद आजम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है और उन्होंने इसे हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।


आजम पर लगे आरोपों की जांच के लिए समाजवादी पार्टी की एक टीम रामपुर पहुंच रही है। आजम खान को रामपुर में प्रशासन ने भू-माफिया घोषित करते हुए बीते एक हफ्ते में 23 मुकदमे दर्ज किए हैं। उपजिलाधिकारी की ओर से उनका नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया गया है।


अखिलेश ने गठित की कमेटी


गौरतलब है कि, सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी समाजवादी पार्टी के 21 विधायकों और विधानसभा परिषद के सदस्यों की एक कमेटी बनाई है जो आज रामपुर पहुंचेगी और आजम खान पर लगे आरोपों की जांच कर अपनी रिपोर्ट अखिलेश यादव को देगी।


किसानों की जमीन पर कब्जा करने का आरोप


बता दें कि सपा नेता आजम खान पर हाल ही में प्रशासन ने कोसी नदी क्षेत्र की 5 हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसके बाद आजम खान और पूर्व सीओ आले हसन का नाम एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि नदी की जमीन कब्जाने का आरोप जांच में सिद्ध हुआ है जिसके बाद प्रशासन की तरफ से मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। वहीं, लगभग 23 किसानों की जमीन पर कब्जा करने के आरोप उनपर पहले ही हैं।



आजम ने किए निजी हमले


भू-माफिया घोषित होने के बाद आजम खान ने अपने ऊपर लगे मुकदमों के लिए सीधे तौर पर रामपुर के जिला अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। आजम ने कहा, ''जिला अधिकारी उन्हें लोकसभा चुनाव में चुनाव हरवाना चाहते थे, लेकिन वह चुनाव जीत गए, इसलिए अब बदले की भावना से उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है।'' आजम खान ने जिलाधिकारी रामपुर पर कई निजी हमले भी किए।