UP Police Exam Cancelled: योगी सरकार ने रद्द किया यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर, अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न
UP Police Exam 2024 Cancelled: लखनऊ में सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग अभ्यर्थी कर रहे थे. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर दी.
UP Police Constable Bharti Exam Cancelled: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद अभ्यर्थियों में खुशी का माहौल है. अभ्यर्थी सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द किए जाने की मांग कर रहे थे. सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर अभ्यर्थियों ने आंदोलन छेड़ दिया था. बड़ी संख्या में अभ्यर्थी इकट्ठा होकर परीक्षा को रद्द करने की मांग करने लगे. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा की. सरकार की घोषणा होने पर अभ्यर्थियों ने जश्न मनाया. छह महीने के अंदर एक बार फिर से यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा ली जाएगी. सरकार की घोषणा होने के बाद लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जश्न मनाया.
उत्तर प्रदेश में इस परीक्षा से जुड़ी शिकायतों की होगी जांच
सरकार ने आज (शनिवार) राज्य के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द कर दिया है. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की 11 फरवरी को आयोजित समीक्षा अधिकारी- सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा 2023 से जुड़ी शिकायतों की भी जांच की जाएगी. मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''उप्र पुलिस आरक्षी (सिपाही) भर्ती परीक्षा-2023 को निरस्त करने और छह माह के भीतर दोबारा परीक्षा कराने के आदेश दिए गये हैं.'' उन्होंने कहा कि ''परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत से खिलवाड़ करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है.''
#WATCH उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल सिविल पुलिस परीक्षा 2023 को रद्द करने और अगले 6 महीनों के भीतर पुन: परीक्षा आयोजित करने के आदेश की घोषणा के बाद लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जश्न मनाया। pic.twitter.com/Fcmwct3NOG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2024
लापरवाही बरतनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया है. जारी आदेश के मुताबिक 17 और 18 फरवरी, 2024 को सम्पन्न हुई पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में प्राप्त तथ्यों एवं सूचनाओं का परीक्षण कर परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है. शासन ने पुलिस भर्ती एवं प्रमोशन बोर्ड को लापरवाही बरतनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. मामले की जांच जांच एसटीएफ से कराये जाने का निर्णय लिया गया है. दोषी पाए जाने वाले लोगों या संस्थाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है. शासन ने छह माह के अन्दर दोबारा परीक्षा आयोजित करने और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा अभ्यर्थियों को मुफ्त उपलब्ध कराने की हिदायत दी.
अपर मुख्य सचिव (नियुक्ति एवं कार्मिक) देवेश चतुर्वेदी ने आदेश भी जारी कर दिया है. 11 फरवरी को आयोजित समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारम्भिक परीक्षा - 2023 के संबंध में शासन ने तथ्यों एवं शिकायतों के मद्देनजर परीक्षण कराने का निर्णय लिया है. आदेश में कहा गया है कि शिकायत या तथ्यों को साक्ष्यों, नाम और पता के साथ कार्मिक तथा नियुक्ति विभाग की ई-मेल आई.डी. पर 27 फरवरी तक उपलब्ध करा सकते हैं. गौरतलब है कि आरक्षी के 60 हजार से अधिक पदों पर 17 और 18 फरवरी को सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गयी थी.
परीक्षा रद्द होने से सिपाही भर्ती के अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न
परीक्षा में करीब 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. धांधली की शिकायत पर अलग-अलग जिलों में कार्रवाई भी हुई थी. करीब 244 ‘सॉल्वर’ और गिरोह के कई लोग पकड़े गए थे. मुख्यमंत्री के एक सहयोगी ने बताया कि परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ के ‘रडार’ पर हैं और अब तक कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने का प्रतियोगी छात्रों ने विरोध किया था. प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग दफ्तर के सामने और प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार को अभ्यर्थियों ने आंदोलन किया था.