Basti Bhu Mafia News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राज है, लेकिन बस्ती में यूपी पुलिस के एक बर्खास्त दबंग सिपाही का गुंडाराज चल रहा है. आलम यह है कि गांव के गरीब परिवार इस गुंडे के आगे बेबस नजर आ रहे हैं और पुलिस की कार्रवाई न होने से अब पलायन को भी मजबूर हो गए हैं. लोगों का आरोप है कि गरीब परिवारों की जमीन हथिया कर उन्हे गुलाम बनाने का पेशा दबंग जमुना प्रसाद का है. जिसे जिला प्रशासन खुद गुंडा मान रहा है, वो खुलेआम समाज में गुंडागर्दी करने पर आमादा है.
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार एंटी भूमाफिया स्कीम चला रही, जिसमें बड़े से बड़े अपराधियों के अवैध जमीनें और मकान पर बुलडोजर चल रहा है. इन सबके बावजूद सरकार भले ही लाख दावा करे कि वह गरीबों के जमीनों को कब्जा करने वाले भूमाफिया पर लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन बस्ती में इसकी हकीकत थोड़ा चौकाने वाली है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक ऐसे भूमाफिया का कारनामा सामने आया है जो कि यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही है. सिपाही के खौफ का आलम इस कदर है कि एक नहीं ,दो नहीं बल्कि कई ग्रामीणों का अपने ही जमीन पर आशियाना बनाना तो दूर की बात है, उनको अपने ही जमीन पर चलना दूभर कर दिया है.
बर्खास्त सिपाही का गुंडाराज
बस्ती जनपद के मेहनौना गांव के रहने वाले कई ग्रामीण इन दिनों खौफ के साए में जीवन जीने को मजबूर हैं और उसका कारण है गांव का रहने वाला बर्खास्त सिपाही. ग्रामीणों ने गांव के रहने वाले बर्खास्त सिपाही यमुना प्रसाद पर आरोप लगाया है कि सिपाही से भूमाफिया बने यमुना प्रसाद हम लोगों की जमीन पर कई सालों से खौफ के बल पर जबरन कब्जा कर लिया है. हम लोगों को जमीन पर घर बनाना तो दूर हमको हमारे जमीन पर भटकने तक नही दे रहा है.
भूमाफिया ने किया ग्रामीणों की जमीन पर कब्जा
गांव के रहने वाले राजेंद्र, तिलकु और गोलू ने बस्ती के जिला प्रशासन को एक शिकायती पत्र दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में उन लोगों ने मकान बनाने के लिए गांव में ही एक जमीन का बैनामा कराया और जब उन्होंने बाउंड्रीवाल बनवाकर जैसे ही मकान बनवाना शुरू किया, तो रातों रात तात्कालिक रूप से यूपी पुलिस में तैनात सिपाही यमुना प्रसाद जेसीबी लगाकर उसे जमींदोज कर दिया. उसके बाद से ही दबंग यमुना प्रसाद जबरन गरीबों की जमीन पर कब्जा कर बैठा है.गांव के गरीबों को अपनी ही जमीन पर चलना दूभर कर दिया है. ऐसा नहीं है कि पीड़ित ग्रामीण उच्चधिकारियों से शिकायत नहीं की, न्यायालय भी गए जहां पर पीड़ितों के हक में तो न्याय मिला, लेकिन हकीकत में जमीन पर अभी तक वे लोग अपनी जमीन से महरूम हैं.
यूपी सरकार का लॉ एन्ड ऑर्डर फेल?
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि योगी सरकार भूमाफियाओं पर कार्रवाई करने का ढिंढोरा भले ही पीटे, लेकिन उसकी जमीनी हकीकत कुल मिलाकर दावों से थोड़ा हटकर कर है. यूपी सरकार भले ही लाख लॉ एन्ड ऑर्डर की बात करें लेकिन असल में उसका लॉ एन्ड ऑर्डर केवल गरीबों पर ही लागू होता है. ऐसे दबंग भूमाफिया पर नहीं. इस मामले को लेकर एसडीएम शत्रुघ्न पाठक से जब सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि प्रकरण का संज्ञान आया है, जिसकी टीम बनाकर जांच कराई जाएगी और पुलिस को जिला बदर का अनुपालन करने का भी निर्देश दिया जा रहा है. गरीब परिवारों की हर संभव मदद की जायेगी.
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