लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों को पकड़ने में भले ही पीछे रह जाये, अपराध नियंत्रण में फेल हो जाए लेकिन किसी रसूखदार के कुत्ते, बिल्ली या भैंस ढूंढने में सबसे आगे है। ताज्जुब न मानिएगा जब एक दिन आएगा कि उत्तर प्रदेश पुलिस रसूखदारों के पालतू जानवरों को ढूंढने में स्कॉटलैंड पुलिस को भी पीछे छोड़ दे। सपा सरकार में उत्तर प्रदेश पुलिस ने आजम खान की भैंस ढूंढने में काबिलियत दिखाई तो अब भाजपा सरकार में जादूगर के कुत्ते को यूपी पुलिस ने ढूंढ़ कर काबिलियत का लोहा मनवाया है।
उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार में रामपुर वाले आजम खान की भैंस खो गई तो मानो पूरे सूबे में ऐसे हाय तौबा मची जैसे सांसद की भैंस ना हुई यूपी पुलिस की साख को कोई चुरा कर ले गया हो। सरकार बदल गई लेकिन पुलिस की माननीय और रसूखदारों के आगे घुटने टेकने की आदत नहीं बदली। रामपुर पुलिस के बाद अब ताजा मामला लखनऊ पुलिस की काबिलियत का सामने आया है। लखनऊ पुलिस ने जादूगर ओपी शर्मा के गायब हुए लखटकिया कुत्ते को सकुशल बरामद कर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है।
दरअसल लखनऊ चारबाग स्टेशन स्थित रविंद्रालय में जादूगर ओपी शर्मा का शो चल रहा था। सोमवार को शो खत्म हुआ तो पता चला जादूगर का स्पेनियल नस्ल का विदेशी कुत्ता कैंडी गायब हो गया। एक लाख से अधिक की कीमत वाले कैंडी को ढूंढने में हुसैनगंज पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी अक्सर बेटियों की गुमशुदगी की शिकायत पर हाथ पर हाथ धरे रहने वाली लखनऊ पुलिस ने जादूगर के कुत्ते को ढूंढने में 18 घंटे एक कर दिए। हर गली, हर मोहल्ला हर पाइप हर दुकान को लखनऊ पुलिस ने खंगाल डाला और आखिर कैंडी हजरतगंज इलाके के शनिदेव मंदिर के पास मिल गया। लखनऊ पुलिस ने भी 18 घंटे की मेहनत पर कुत्ते बरामदगी के गुड वर्क पर वाहवाही लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और लखनऊ पुलिस अपनी काबिलियत दिखा दी।
लेकिन वहीं दूसरी ओर लूट डकैती की घटनाएं लखनऊ पुलिस की काबिलियत पर सवाल खड़े करती है। वह फिर चाहे गोसाईगंज में युवती की हत्या कर सूटकेस में फेंका गया शव हो। सर्राफ के घर डकैती हो। कृष्णा नगर में ज्वेलरी शोरूम में तीन लोगों की हत्या कर हुई लूट हो। आलमबाग में दिल्ली के व्यापारी के साथी की गोली मारकर हत्या और लूट की घटना हो।
ऐसी तमाम वारदातें लखनऊ पुलिस के सामने चुनौती बनी हुई हैं। चेन लूट और टप्पेबाजी की घटनाओं को लखनऊ पुलिस रोक नहीं लगा पा रही। जघन्य अपराधों में महीनों बाद भी सुराग नहीं तलाश कर पा रही लेकिन बात जब रसूखदार के भैंस और कुत्ते को तलाशने की हो तो ऐसे ही वाहवाही लूटती है।