लखनऊ, एबीपी गंगा। दिल्ली में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में 1 मार्च के बाद से यूपी के 569 लोग शामिल हुए थे और अब इन सभी लोगों को खोजकर होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। साथ ही कई शहरों में अभी भी पुलिस बाकी जमातियों की तलाश में अभियान चलाकर उनकी तलाश कर रही है।
इतना ही नहीं पूरे प्रदेश में 218 विदेशी नागरिक भी इस दौरान होम क्वॉरेंटाइन किए गए हैं। साथ ही उनके पासपोर्ट को भी सरकार ने जब्त कर लिए हैं। इनमें बहुत से विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे लेकिन वह मिशनरी गतिविधियों में शामिल हुए और वीजा नियमों का साफ तौर पर उल्लंघन किया। यह जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह ने दी।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है और जब से निजामुद्दीन मरकज का मामला सामने आया है उसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर निजामुद्दीन मरकज का प्रमुख मौलाना साद कहां गायब है, इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस को भी नहीं है।
पुलिस सूत्रों की माने तो 28 मार्च के बाद से निजामुद्दीन इलाके में मौलाना साद को नहीं देखा गया है। उसके दो घर है एक निजामुद्दीन में मरकज के पास और दूसरा दिल्ली के जाकिर नगर में लेकिन मौलाना साद कहा पर है ये कोई नहीं जानता।
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि मौलाना साद मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता है। ये भी एक वजह है कि उसका पता नहीं चल पा रहा है। क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद समेत 7 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक अब पूरा मरकज खाली है, बुधवार को एमसीडी की टीम मरकज पहुंची और पूरे मरकज को सेनिटाइज किया गया।
अभी तक मिली जानकारी के हिसाब के यूपी के अलग-अलग जिलों में जमातियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है जिसमें हाथरस-9, कन्नौज-11, सहारनपुर-7, कानपुर-22 , रायबरेली-1, बिजनौर-8, मेरठ-10, बागपत-114, बस्ती- 18 , फिरोजाबाद-7, लखनऊ-23, गाजियाबाद-14, आगरा-104 , मथुरा-51, बहराइच-19, आजमगढ़-8, गाजीपुर-11, गोंडा-50, शाहजहांपुर-5, श्रावस्ती-24, हरदोई-12, संतकबीरनगर- 15, रामपुर-5 लोग शामिल है।