UP News: योगी सरकार के मंत्री के पति और पूर्व सांसद की नहीं सुन रही यूपी पुलिस! धरने पर बैठे BJP नेता
पूर्व सांसद को सम्मान नहीं मिला आरोप है कि वारसी को बंगले में पुलिस अधिक्षक से मिलने भी नहीं दिया गया. पुलिस अधीक्षक अपने वातानुकूलित कमरे से बाहर निकल कर मंत्री पति अनिल शुक्ल वारसी से नहीं मिले.
UP News: कानपुर देहात पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ योगी सरकार के मंत्री के पति धरने पर बैठ गए हैं. जिले के पुलिस विभाग के मुख्य यानी पुलिस अधीक्षक बीएनजीटीएस मूर्ती से नाराजगी के चलते पुलिस अधीक्षक के सरकारी आवास पर पहुंच प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति पूर्व सांसद अनिल शक्ल वारसी एसपी साहब के बंगले की जमीन पर धरने पर बैठ गए. इस वजह से वीडियो शोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रहे हैं.
ये तस्वीर कानपुर देहात केनपुकिया अधीक्षक आवास की है, जहां पर पीढ़ियों को न्याय न मिलने और थाने की पुलिस की खराब कार्यशैली और व्यवस्थाओं के चलते मंत्री के पति और पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी जिले के पुलिस कप्तान बीबीजीटीए मूर्ती से मदद के बाबत उनके बंगले पहुंचे थे. जहां पूर्व सांसद को सम्मान नहीं मिला आरोप है कि वारसी को बंगले में पुलिस अधिक्षक से मिलने भी नहीं दिया गया, यहां तक की सूचना अपर खुद पुलिस अधीक्षक अपने वातानुकूलित कमरे से बाहर निकल कर मंत्री पति अनिल शुक्ल वारसी से मिलने भी नहीं निकले.
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पुलिस पर उठ रहे सवाल
इस वजह से नाराज पूर्व सांसद ने पुलिस वालों के सामने ही बंगले के गेट पर जमीन में धरने पर बैठ गए. जिसके बाद बंगले पर हड़कंप मच गया और कुछ ही देर में पुलिस कप्तान से लेकर अन्य पुलिस वाले पूर्व संसद के पास आ गए और इस कारनामे से दर गए. जैसे-तैसे बड़ी मान मनौव्वल के बाद पूर्व संसद ने एसपी साहब के बंगले की जमीन से अपनी तसरीफ उठाई और मौके पर बने वीडियो को नेता से डिलीट करने की गुजारिश करने लगे. बात काफी देर बाद खत्म हो गई, लेकिन संसद का वीडियो वायरल हो गया जिससे अब पुलिस की चुटकी ली जा रही है. अपनी ही सरकार में मंत्री के पति की खुद उनकी ही पुलिस नहीं सुन रही है.
दरअसल, पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी शिवली थाना क्षेत्र के एक विवाद में पीड़ित पक्ष को लेकर पुलिस से उसे सहायता दिलाना चाहते थे, जिसको लेकर उन्होंने बताया कि उन्होंने एसपी से समय भी मांगा था. लेकिन एसपी साहब ने उसे कोई समय नहीं दिया. यहां तक की उससे मिलना भी मुनासिब नहीं समझा. वारसी ने बताया कि जिसके बाद पूरे दिन इंतजार करने वाले पीड़ित ने फिर से पूर्व सांसद को बताए कि वो इंतजार कर के थक गया है, जिसके बाद खुद पूर्व सांसद मौके पर कानपुर देहात एसपी दफ्तर पहुंचे और पीड़ित को एसपी के बंगले ले पहुंचे. वहां जब खुद पूर्व सांसद को किसी ने रिस्पॉन्स नहीं दिया तो वो धरने पर एसपी के बंगले में बैठ गए.