हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले में प्रशासनिक लापरवाही को ढकने के लिए मीडिया को गांव में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. एबीपी न्यूज़ की टीम लगातार पीड़ित परिवार तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन प्रशासन एबीपी की टीम को गांव में जाने नहीं दे रही है. सैकड़ों की संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों का कहना है कि ऊपर से गांव में नहीं जाने का आदेश आया है.


एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा, ''SIT की जांच तक मीडिया पर रोक है. एसआईटी कह देगी हमारी जांच पूरी हो गई है तो मीडिया को जाने दिया जाएगा. हमें दो बातें कहने का निर्देश दिया गया है. जब तक एसआईटी यहां काम कर रही है. अधिकारियों का बयान नोट किया जा रहा है. जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए रोक लगाई गई है. राजनीतिक लोगों को भी आने की इजाजत नहीं है.''



बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था. लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.


उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद प्रशासन ने जबरन रात में लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया. प्रशासन ने गांव में मीडिया के प्रवेश पर रोक दिया गया है.


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