STF ने किया बड़ा खुलासा, RO-ARO और UP Police Sipahi Bharti मामले में हुई 80 करोड़ से अधिक वसूली!
UP Police Sipahi Bharti और UPPSC द्वारा आयोजित RO-ARO पेपर मामले में हुई 80 करोड़ से अधिक वसूली का दावा किया जा रहा है.
UP Police Bharti & RO ARO News: उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती और समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा पर्चा लीक मामले की जांच में एक और खुलासा हुआ है. STF की पड़ताल में सामने आया है कि दोनों परीक्षाओं का पर्चा लीक कराने से पहले ही जाल में फंसे अभ्यर्थियों से 80 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली हो चुकी थी.
जांच पड़ताल करने के बाद STF का दावा है कि कुछ समय में ही इतनी बड़ी रकम की बंदरबांट भी कर ली गई. करीब 70 करोड़ रुपये सिपाही भर्ती परीक्षा और करीब 10 करोड़ आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा पर्चा लीक कराने के नाम पर वसूले गए थे. वहीं आरोपी राजीव नयन मिश्र, शुभम मण्डल के अलावा कई और चेहरे ऐसे हैं, जिनकी दोनों परीक्षाओं का पर्चा लीक होने से पहले अभ्यर्थियों तक पहुंचने में अहम भूमिका रही थी.
परीक्षार्थियों के आंदोलन से पेपर हुआ था रद्द
यूपी में सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए 60 हजार पदों के लिए 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे. परीक्षा होने के बाद अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाकर हंगामा शुरु कर दिया था. कई दिनों तक परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरू कर दिया. सिपाही भर्ती अभ्यर्थियों के आंदोलन बढ़ता देख प्रशासन को परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर दी.
एसटीएफ का एक्शन जारी
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही परीक्षा रद्द होने के बाद भी एसटीएफ का एक्शन जारी है. अलग-अलग जिलों में से यूपी पुलिस की परीक्षा में सेंध लगाने वालों को दबोचा जा रहा है. एसटीएफ ने पेपर आउट कराने वाले कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं आरओ और एआरओ की भर्ती में हुई धांधली का एसटीएफ ने खुलासा किया है. वहीं एसटीएफ की टीम पेपर लीक करने वाले सभी आरोपियों की तलाश में है.
कई आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
कुछ दिनों पहले यूपी पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करने के दो आरोपी को गिरफ्तार किया था. एसटीएफ ने लखनऊ से अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों को पास से एडमिट कार्ड और कई दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस की ओर से बताया गया कि दोनों आरोपी यूपी के प्रयागराज से रहने वाले हैं. दोनों आरोपी पेपर आउट कराने राजन यादव गिरोह से जुड़े थे. इस गिरोह ने सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर मोटी रकम लेकर बेचे थे.