UP News: समाजवादी पार्टी के विधायक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. पेशी पर आए भदोही से सपा विधायक जाहिद बेग को एमपी एमएलए की साधना गिरी की अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. सपा विधायक पर नाबालिग नौकरानी से मारपीट, बंधुआ मजदूरी, मानव तस्करी और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने जैसे गंभीर आरोप हैं. हालांकि सपा विधायक की पत्नी सीमा बेग अभी भी फरार चल रही है जिन्हें पुलिस ढूंढ नहीं पा रही है. वहीं पत्रकारों को जनपद पुलिस द्वारा सपा विधायक प्रकरण में खबरों के संकलन के लिए न्यायालय में घुसने पर पाबंदी लगा दी गई है.
ज्ञानपुर सरपतहां स्थित जिला न्यायालय के एमपी एमएलए कोर्ट में सपा विधायक जाहिद बेग की दोपहर बाद पेशी हुई है. सपा विधायक को प्रयागराज के नैनी जेल से व्रज वाहन में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में न्यायालय में पेश किया गया है. सपा विधायक जाहिद बेग के वरिष्ठ अधिवक्ता मजहर शकील ने बताया कि जाहिद बेग की पहली पेशी थी और हमने माननीय न्यायालय से विधायक के बाईपास सर्जरी और उनके स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए प्रयागराज की बजाय ज्ञानपुर जेल में ही रखने की गुहार लगाई है जो अभी पेंडिंग में है. अधिवक्ता ने कहा की माननीय न्यायालय ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. सह आरोपी बनाए गए विधायक पुत्र ज़ईम बेग उर्फ सैमी फिलहाल वाराणसी जेल में है.
पत्रकारों पर गुस्सा दिखा रही पुलिस
वहीं बीते दिनों जिला न्यायालय में पुलिस के नाक के नीचे से सपा विधायक जाहिद बेग द्वारा बिना पुलिस के पकड़ ने आए सरेंडर करने पर जनपद पुलिस अब पत्रकारों पर अपना गुस्सा दिखा रही है. जिसकी बानगी सोमवार को सपा विधायक के पेशी में देखने को मिली जहां पुलिस ने जिला न्यायालय के बाहर ही पत्रकारों को रोक दिया. पत्रकारों द्वारा सवाल पूछने पर न्यायालय पर मौजूद दरोगा साहेब ने कहा की ऊपर से आदेश है की सपा विधायक के न्यायालय परिषर में रहने तक पत्रकारों को न्यायालय के अंदर किसी भी सूरत में न जाने दिया जाए. इस बाबत पत्रकारों ने कहा की देश की सर्वोच्च न्यायालय में भी पत्रकारों को रोका नहीं जाता बावजूद इसके यहां क्यों रोका जा रहा है पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है.
वहीं इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा को गुंडों और बदमाशों की पार्टी कहा है और कहा है कि इस पार्टी में सब यही मिलेंगे. कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने एक मंच से कहा कि भदोही सपा विधायक भी घृणित कार्य में लिप्त पाया गया है. सूत्रों ने बताया की मुख्यमंत्री कार्यालय से लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जीरों टॉलरेंस के तहत कई बार कहा कि हमारी सरकार कोई भी अपराधी हो, छोटा हो या बड़ा आदमी, कानून सबके लिए बराबर है.
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क्या है मामला
हालांकि सपा विधायक जाहिद बेग मामले में अपने को तेज तर्रार कहने वाली जनपद पुलिस की कार्रवाई पर लगातार सवाल उठ रहे हैं और शुरू से लापरवाही देखने को मिल रही है. पहले नाबालिग नौकरानी की मौत हो या देर शाम नाबालिग नौकरानी के रेस्क्यू या फिर सपा विधायक के सरेंडर करने का मामला हो और अब सपा विधायक की पत्नी की गिरफ्तारी में देरी को लेकर आम जनता में मुख्यमंत्री की सरकार में पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे है.
ज्ञात हो की सपा विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 108 और धारा 143 (4), 143 (5) के अलावा, किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 79, और बंधित श्रम पद्धति उन्मूलन अधिनियम, 1976 की धारा 4 व 16 के तहत दो अलग-अलग मुकदमें भदोही सदर कोतवाली में दर्ज हुआ हैं. वहीं सरेंडर करने के दौरान सरकारी काम में बाधा और पुलिस से मारपीट व वर्दी फाड़ने का तीसरा मुकदमा पंजीकृत हुआ है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता (BNS) 121(2), 132, 221 के तहत ज्ञानपुर कोतवाली में दर्ज है.