Trinetra App UP Police: यूपी में माफिया, अपराधियों, गुंडों और बदमाशों की जानकारी रखने वाले त्रिनेत्र एप (Trinetra App) की नजर अब और बारीक व तेज होगी. एप के संचालन की जिम्मेदारी एसटीएफ (STF) के एडीजी अमिताभ यश को दे दी गई है. अभी तक पुलिस मुख्यालय (Police Head Quarter) में एडीजी क्राइम त्रिनेत्र एप का संचालन कर रहे थे. अमिताभ यश ने त्रिनेत्र एप को ज्यादा बेहतर और प्रभावी बनाने के लिए इसमें कई नए फीचर्स जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया है. करीब 5 करोड़ रुपये का ये प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. प्रस्ताव स्वीकृत होते ही त्रिनेत्र एप से अपराधियों की कुंडली बांचना और आसान हो जाएगा.


त्रिनेत्र यूपी पुलिस का एप है, जिसमें अपराधियों का ब्यौरा दर्ज रहता है. इस एप का एक्सेस हर जिले के पुलिस अधिकारियों के पास है. कोई भी अपराधी गिरफ्तार होता है तो उसके नाम, फोटो, उम्र, पते और व्यवसाय के साथ ही परिवार के सदस्यों की जानकारियां एप पर अपलोड कर दी जाती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोबारा उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद त्रिनेत्र एप को और एडवांस बनाने के निर्देश दिए थे. अब एसटीएफ यूपी पुलिस के इस एप में कई नए फीचर्स जोड़कर इसे इंटरनेशनल लेवल का एप बनाने की तैयारी कर रही है.


त्रिनेत्र एप में जोड़ा जाएगा नया फीचर
एसटीएफ ने एप में एक नया फीचर जोड़ने की भी तैयारी की है. इसमें किसी अपराधी के जेल से छूटने पर उस अपराधी के जिले की पुलिस और उसके थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा. इस मैसेज से पुलिस को ये पता लग जाएगा कि अपराधी जेल से बाहर है और उस पर नजर रखने की एक योजना तैयार की जा सकेगी.


त्रिनेत्र ऐप को अन्य प्रदेशों की पुलिस से कनेक्ट करने की भी तैयारी है. इसका फायदा ये होगा कि अगर उत्तर प्रदेश के अपराधी किसी अन्य प्रदेश में क्राइम करते हैं तो वहां की पुलिस को अपराधियों की पहचान के साथ ही वारदात का खुलासा करने में आसानी होगी. 


ये भी पढ़ें- Wrestlers Protest: प्रदर्शनकारी पहलवानों के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की खबरों पर बृजभूषण सिंह ने दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा?