Greater Aligarh Scheme: अलीगढ़ को ग्रेटर अलीगढ़ बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है, लेकिन इसको बनने से पहले बड़ा विवाद सामने आरहा है. जिसको लेकर जमीन पर अपना आशियाना बनाये हुए लोगों का कहना है कि ये जमीन उनकी है और प्रशासन जबरन उनसे जमीन कब्जाना चाहता है. जिसको लेकर ग्रामीणों की तरफ से पुलिस और प्रशासन पर महिलाओं से मारपीट और अभद्रता जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. पूरे मामले पर ग्रामीणों की तरफ से अभद्रता करने वाली टीम के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है.
अलीगढ़ के थाना लोधा क्षेत्र के गांव जिरौली डोर में ग्रेटर अलीगढ़ की प्रस्तावित भूमि है, जहां पर अवैध निर्माण की सूचना पर जमीन को सीज करने गए एडीए, जेई के साथ पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों ने जमकर अभद्रता करने का मामला सामने आया है. मौके पर पहुंची फोर्स ने किसी तरह जेई को जनता से बाहर नेकाली. ये बात जेई ने कही. जेई का कहना है कि विभाग से अनुमति लेकर आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी.
जेई को फोर्स ने बाहर निकाला
अलीगढ़ प्राधिकरण के जेई गंगेश कुमार सिंह ने बताया गांव जरौली डोर में ग्रेटर अलीगढ़ की भूमि प्रस्तावित है. गांव के शंकर पाल प्रस्तावित भूमि पर अवैध निर्माण कर रहे थे. इसको लेकर उन्हें निर्माण रोकने के लिए पूर्व में नोटिस दिया गया था. आज यानी सोमवार (18 मार्च) को अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के निर्देश पर कुछ पुलिसकर्मियों के साथ में अवैध निर्माण को सीज करने गया था.
इस दौरान गृह स्वामी और उसके तरफ से बाहर से बुलाए गए अराजक तत्वों ने मेरे साथ मारपीट और बदसलूकी करते हुए जमकर अभद्रता की. बाद में पुलिस फोर्स के पहुंचने पर किसी प्रकार से सुरक्षित निकाल सके. आरोपी ने करीब 70% अवैध निर्माण पूर्ण कर लिया है. विभाग से अनुमति लेने के उपरांत आरोपी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
क्या विवादों में पड़ जायेगा ग्रेटर अलीगढ़?
अलीगढ़ का एक ओर विस्तार हो रहा है और उसे स्मार्ट बनाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर अलीगढ़ के विस्तार होने से पहले ही विवादों में पड़ने से प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती सामने आ रही है. एक ओर प्रशासन को ग्रेटर अलीगढ़ बनाना है. वहीं दूसरी ओर प्रशासन के सामने ग्रामीणों की बड़ी चुनौती है, जिसके चलते नए अलीगढ़ के शुरुआती दौर में विवाद सामने आ रहे हैं. जिससे ग्रेटर अलीगढ़ विवादों में दिखाई दे रहा है.