Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के सोरांव थाना में दलित समुदाय के एक युवक को पीटने के आरोप में सोरांव थाना के दरोगा सुनील कुमार के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया गया. दरअसल सोरांवा थाना क्षेत्र के रहने वाले एक शख्स ने अपने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी. जिस मामले में छानबीन करते हुए सोरांव थाने के हल्का उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार नाम के युवक को थाने में पूछताछ के लिए थाने ले गए थे.
बताया जा रहा है कि थाने से आने के बाद धर्मेंद्र की हालत बिगड़ने लगी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों और गांव वालों ने मिलकर प्रतापगढ़-प्रयागराज मार्ग पर चक्काजाम कर दिया. फिलहाल ग्रामीणों को शांत कराने के लिए एसीपी ने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
पुछताछ के लिए थाने बुलाया गया
मामले में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) शैलेंद्र परिहार ने बताया कि 19 सितंबर को रमा शंकर त्रिपाठी नाम के एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि मामले की जांच उप निरीक्षक सुनील कुमार कर रहे थे. परिहार ने बताया कि जांच के दौरान सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) निकालने के बाद जांच अधिकारी ने मामले में धर्मेंद्र कुमार नाम के युवक को थाने में पूछताछ के लिए पिछले शनिवार को दोपहर 12 बजे बुलाया था और शाम सात बजे उसे छोड़ दिया गया था.
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
परिहार ने बताया कि अगले दिन यानी रविवार को धर्मेंद्र की तबीयत खराब हो गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र के परिजनों ने मांग की थी कि उसका चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाए और दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. इससे पहले, ग्रामीणों ने आरोपी दरोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर चार घंटे तक चक्का जाम किया, लेकिन पुलिस अधिकारियों के समझाने पर प्रदर्शन खत्म कर दिया.