UP Crime Control: यूपी में हिंदू पंचांग का सहारा लेकर लूट, हत्या और रेप जैसी घटनाओं पर काबू पाएगा. ये सुनकर आपको हैरानी भले ही हो, लेकिन यूपी के डीजीपी ने एक सर्कुलर जारी करते हुए कहा है कि ऐसा पाया जा रहा है कि हिंदू पंचांग के अंधेरे पक्ष यानी कि कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के एक सप्ताह पूर्व एवं एक सप्ताह आगे रात के समय में अधिक अपराधिक घटनाएं होती हैं. इसको लेकर के डीजीपी ने सभी जिलों के कप्तान और पुलिस कमिश्नरेट के कमिश्नरों को हर माह इस 15 दिनों के अपराध की घटनाओं का विश्लेषण करने और विशेष ध्यान को कहा है.
डीजीपी ने अपने पत्र में कहा है कि अपराधिक घटनाओं की रोकथाम हमारी जिम्मेदारी है और यह सुदृढ़ पुलिसिंग से ही संभव हो सकती है. डीजीपी ने इसके लिए रात्रि गश्त को बढ़ावा देने का निर्देश दिया है. डीजीपी ने कहा कि अक्सर ऐसा देखा जाता है कि रात के समय में हत्या, लूट, डकैती, चोरी और महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं घटित होती हैं, जिसका अमूमन आम जनता पर गलत प्रभाव पड़ता है और ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाना जरूरी है इसके लिए रात्रि गश्त को बढ़ावा देना पड़ेगा.
हिन्दू पंचांग से चिन्हित करें तिथि
सर्कुलर में हिंदू पंचांग के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को चिन्हित करने को कहा गया है और कहा गया है कि सभी पुलिस के लोग अमावस्या की तिथियों को चिन्हित करें और इस समय विशेष सतर्कता बरती जाए. अमावस्या की तिथि के एक सप्ताह पूर्व और एक सप्ताह बाद तक विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है. डीजीपी के कहा कि इस दरमियान CCTNS और डायल 112 से जिन भी घटनाओं की जानकारी प्राप्त हुई है उसकी क्राइम मैपिंग कराई जाए और जिस जगह पर घटना हो रही है उस हॉटस्पॉट को चिन्हित कर उसके अनुसार कार्य योजना तैयार की जाए. डी
डीजीपी ने इन्हीं तिथियां को ध्यान में रखते हुए SOP तैयार करने के लिए सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देशित किया है, साथ ही इसके लिए अलग से प्रशिक्षण देने के लिए भी आदेशित किया है. डीजीपी ने इन 15 दिनों के दरमियान गश्त/ पिकेट और वाहन पेट्रोलिंग की गाड़ियों को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिए गए हैं साथ ही जितने भी संवेदनशील राजमार्ग हैं उनमें रात में गश्त बढ़ाने व पर्याप्त संख्या में पेट्रोलिंग वाहन लगाने के निर्देश हैं.
जोन, क्लस्टर में बांटे संवेदनशील क्षेत्र
डीजीपी ने अपने आदेश में कहा है कि संवेदनशील स्थानों को जोन एवं क्लस्टर में बांटा जाए और उन सभी क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल लगाया जाए, जहां पर अपराधिक घटनाएं होने की आशंकाएं हैं. उन्होंने संबंधित थाना प्रभारियों को अपने थाने में रात्रि के लिए निर्धारित रात्रि अधिकारियों से पिछले दिनों हुई घटनाओं के तरीकों को बाकियों को ब्रीफ करने को कहा है. सभी गांव और मोहल्लों में सुरक्षा समितियों को क्रियाशील करने के साथ-साथ ग्राम चौकीदारों को गश्त करने के लिए भी आदेशित किया है साथ ही गांव के संभ्रांत व्यक्तियों से संवाद स्थापित करने के लिए और गांव में सुनसान जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगवाने की बात भी कही गई है.
जन सहयोग के बढ़ावा दिया जाए
डीजीपी ने जन सहयोग को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया है और कहा है कि निजी चौकीदार जन सहयोग से लगाए जाए साथ ही सीसीटीवी से भी मॉनिटरिंग की जाए. डीजीपी ने इसके लिए सभी जिले के कप्तानों, कमिश्नरों को हफ्ते में एक बार साथ ही अपर पुलिस महानिदेशक/जोन/ पुलिस उपायुक्त/ पुलिस महानिरीक्षक/ पुलिस उपमहानिरीक्षक ,परिक्षेत्रों को भी 15 दिन में एक बार खुद भ्रमणशील रह कर क्षेत्र में चेकिंग करने को कहा है.