UP Politics: यूपी की लड़ाई, कट्टे, तोप, मिसाइल पर आई, अमित शाह और अखिलेश यादव में हुई तीखी जंग
UP की सियासी लड़ाई अब कट्टा, मिसाइल और तोप पर आ गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और गृह मंत्री अमित शाह के बीच गुरुवार को तीखी जुबानी जंग हुई.
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण जैसे-जैसे करीब आ रहा है. बयानों की धार तेज़ होती जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं और बरेली में रैली की. इन सभाओं में उनके निशाने पर खास तौर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव रहे. अमित शाह ने जब बोलना शुरू किया तो उनकी बातों में देसी कट्टे से लेकर तोप और मिसाइल तक का जिक्र आया. बाद में इसमें औरंगजेब की भी एंट्री हो गई. अखिलेश भी पलटवार से नहीं चूके.
बरेली में गृहमंत्री अमित शाह की चुनावी सभा में देसी कट्टे से लकर तोप और मिसाइल की चर्चा ने माहौल गरमा दिया. इसमें पाकिस्तान का भी जिक्र हुआ. निशाने पर अखिलेश यादव थे और अमित शाह समाजवादी पार्टी के राज का पन्ना पलटते हुए जुबानी हमला बोल रहे थे.
अमित शाह ने कहा था कि सपा के शासन में पूरे उत्तर प्रदेश में देसी कट्टे बनाने के कारखाने थे.आज कट्टे की जगह उत्तर प्रदेश में तोप और मिसाइल बनाने का कारखाना लगा जो पाकिस्तान पर गोले बरसाने का काम करेगा. गृहमंत्री ने बीजेपी के शासन में माफिया पर नकेल का दावा करते हुए आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के राज में यूपी में चोरी औऱ लूट कुटीर उद्योग का रूप ले चुका था.
अखिलेश यादव ने दिया ये जवाब
बरेली में शाह ने कहा कि यहां पर वाहन चोरी का कुटीर उद्योग चलता था उसकी जगह भाजपा के शासन में वाहन बनाने की फैक्ट्रियां लग रही हैं. बरेली से लेकर बदायूं तक अमित शाह ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को निशाने पर लिया तो अखिलेश की तरफ से पलटवार में देरी नहीं हुई. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने मोदी सरकार के 10 साल के शासन को किसान विरोधी करार दे डाला.
अखिलेश ने आरोप लगाया कि 1 लाख किसानों ने आत्महत्या की और सिर्फ उद्योगपतियों की कर्जमाफी हुई. अमित शाह और अखिलेश यादव के बीच यूपी के चुनावी गणित पर भी तीखी जुबानी जंग हुई.बता दें बरेली और बदायूं में 7 मई को वोटिंग होनी है इसलिए यहां आक्रामक प्रचार की होड़ लगी है.