UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बुलडोजर वाले बयान पर सियासत और विवाद दोनों ने रफ्तार पकड़ ली है. कांग्रेस के पूर्व नेता और कल्किधाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा - अखिलेश यादव का बयान बाबर, औरंगजेब या तैमूर के बयानों जैसा है. जिस तरह बाबर, तैमूर, नादिर शाह और मुहम्मद गजनवी ने हिंदू मठों और मंदिरों को नष्ट और तबाह किया, उनका बयान भी उसी तरह की विनाशकारी भावना को दर्शाता है.


कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा- जिस तरह बाबर, तैमूर लंग, नादिर शाह, मोहम्मद गजनवी ने हिन्दू मंदिरों, मठों को तोड़ा और बर्बाद किया तो अखिलेश यादव का ये कहना कि वो बुलडोजर का रुख गोरखपुर की ओर मोड़ देंगे, ये तो धमकी है.






आचार्य ने कहा कि तो क्या अखिलेश यह कहना चाहते हैं कि गोरखपीठ को ध्वस्त कर देंगे. गोरखनाथ मंदिर को तोड़ देंगे. ये वही अखिलेश यादव हैं, जिनकी सरकार ने निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलाई थीं. इन्होंने श्रीकल्कि धाम के निर्माण पर पाबंदी लगाई थी. 7 नवंबर 2016 को कल्किधाम के निर्माण पर पाबंदी लगाई गई थी. इन्होंने ही राम मंदिर के निर्माण को अटकाने की कोशिश की.


कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा कि ईश्वर की कृपा से न तो वह कल्किधाम का निर्माण रोक पाए, न राम मंदिर का बनना रोक पाए और न ही योगी आदित्यनाथ को सीएम बनने से रोक पाए.  आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मुझे लगता है कि साल 2027 में अखिलेश की मंशा पूरी नहीं होगी और योगी आदित्यनाथ फिर सीएम बनेंगे. 


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