Afzal Ansari News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में सोमवार को काफी हलचल रही. आज यानि 15 जनवरी को बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती का जन्मदिन मनाया गया. इंडिया गठबंधन को बड़ी उम्मीद थी कि मायावती इंडिया गठबंधन में आने की घोषणा कर सकती हैं, लेकिन मायावती के अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा से इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा. इसके अलावा मायावती के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में एक और नजारा देखने को मिला. जिससे पूर्वांचल में अब एक अलग राजनीतिक माहौल बन गया है. 


दरअसल, बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने मायावती के जन्मदिन के कार्यक्रम से दूरी बनाई और वो इसमें शामिल नहीं हुए. जिसके बाद बसपा संगठन ने अफजाल अंसारी के खिलाफ मुखालफत शुरू कर दी और उनके नहीं आने पर कहा कि ये कोई शादी-विवाह का कार्यक्रम नहीं था जो उनको न्यौता दिया जाए. बहुजन समाज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और जमानिया से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके परवेज अहमद ने कहा कि ये प्रत्येक वर्ष 15 जनवरी को आयोजित होने वाला कार्यक्रम है. जिसकी जानकारी बसपा संगठन से जुड़े हुए सभी कार्यकर्ताओं को होती है. 


अफजाल अंसारी की सपा से बढ़ रही नजदीकी


साल 2019 के चुनाव में सपा बसपा गठबंधन से चुनाव लड़े गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी ने बीजेपी के मनोज सिन्हा को करीब 125000 वोटों से हराया था. लेकिन विधानसभा चुनाव के पूर्व उनकी नजदीकी समाजवादी पार्टी से बढ़नी शुरू हो गई थी और इस दौरान उनके बड़े भाई और मोहम्मदाबाद के विधायक शिवगततुल्ला अंसारी ने समाजवादी पार्टी का दामन थामकर विधानसभा के चुनाव में अपने पुत्र मन्नू अंसारी को चुनाव लड़ाया था. उसके बाद से ही अफजाल अंसारी बसपा के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होते थे. यहां तक की विधानसभा में बसपा का चुनाव प्रचार भी नहीं किया था. 


जल्द दे सकते हैं मायावती को झटका


आज जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मायावती का 68वां जन्मदिन मनाया गया. जिसमें बसपा के पूर्व विधायक, मंडल कोऑर्डिनेटर सहित तमाम नेता शामिल हुए, लेकिन बसपा के सांसद अफजाल अंसारी कहीं नजर नहीं आए. यहां एक और दिलचस्प बात ये हैं कि कुछ दिन पहले ही सपा मुखिया अखिलेश यादव के अफजाल अंसारी के घर पर एक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. अब अफजाल अंसारी का मायावती के जन्मदिन के कार्यक्रम से दूरी बनाना और सपा नेताओं से नजदीकी बढ़ने से एक ही बात का संकेत मिल रहा है कि जल्द ही सांसद अपनी मौजूदा पार्टी को झटका देने वाले हैं. 


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