Loksabha Election 2022: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) इन दिनों अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं और जेल में बंद पार्टी के विधायक और पूर्व विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं. दरअसल मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) के बाद अखिलेश यादव ने अपनी रणनीति बदली है. कभी उन पर एसी कमरे में बैठ कर राजनीति करने का आरोप लगता था लेकिन अब अखिलेश यादव एसी छोड़कर अलग-अलग जिलों में दौड़ रहे हैं. उनकी ये कवायद 2024 (Loksabha Election 2024) के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है.


समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पहले कानपुर गए और वहां जेल में बंद पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात की. इसके बाद आज अखिलेश यादव झांसी पहुंचे और वहां भी जेल में बंद पार्टी के पूर्व विधायक दीपेंद्र यादव से मुलाकात की. अखिलेश ने इस दौरान प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाए. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि समाजवादी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है. उन पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. 


2024 से पहले जमीनी हकीकत जानने में जुटे अखिलेश
दरअसल ये सब अखिलेश यादव की बदली हुई रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव मैनपुरी उपचुनाव के नतीजे आने के बाद से ही लखनऊ की बजाय दूसरे जिलों का ही दौरा कर रहे हैं. कभी वो मैनपुरी में रहते हैं, कभी इटावा चले जाते हैं तो कभी दिल्ली चले जाते हैं. कभी कानपुर तो कभी झांसी. अखिलेश यादव 2024 को लेकर अब खुद जिलों में जाकर वहां जमीनी हकीकत जानने में जुटे हैं कि पार्टी का कैसा फीडबैक है. वहीं इन दौरों से वो उन आरोपों का भी जवाब दे रहे है जब उन पर जेल में बंद आजम खान से ना मिलने के आरोप लगे थे. 


अखिलेश पर हमलवार हुई बीजेपी


वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव के जेल के दौरे पर बीजेपी हमलावर हो गई है. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य हों, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी हों या सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर सब कहीं ना कहीं इसके जरिए अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे हैं. डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने तो यहां तक कह दिया कि जेल जाने से पहले वो जेल का दौरा कर रहे हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि सपा में संगठन की कमी है क्योंकि हमेशा वो गुंडे माफियाओं का ही साथ देते रहे हैं, जबकि जेपीएस राठौर का कहना है कि अखिलेश यादव भले कितने जिलों का दौरा कर ले लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर इसी तरह चलता रहेगा. 


लोकसभा चुनाव से पहले ही तैयारी
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में निकाय के चुनाव भी होने हैं समाजवादी पार्टी भी इस चुनाव में जोर-शोर से जुटी है और अखिलेश यादव जब जिलों के दौरे पर जा रहे हैं तो वहां पर जिलों के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं साथ ही साथ जो लोग टिकट चाह रहे वो भी लगातार अखिलेश से मिल रहे हैं. हालांकि उनके इन दौरों को लेकर अब यूपी की सियासत गरमा गई है. 


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