UP Politics: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बयान का जिक्र कर नई चर्चा छेड़ दी है. आगामी उपचुनावों और राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी चीफ का यह बयान अहम माना जा रहा है.


राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल को दिए एक साक्षात्कार में अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया अलायंस जब बना था, और मुझे याद है जब नीतीश कुमार जी ने बनाया था तो उन्होंने यही पक्ष रखा था कि रीजनल पार्टियां जो जहां जितनी मजबूत हैं उनको फ्री हैंड दिया जाए और उनके माध्यम से और जो और दूसरे दल हैं वो चुनाव लड़ें. जब रिजल्ट आए तो वो दिख रहा है जो कभी नीतीश कुमार जी ने कहा था.


यूपी में कांग्रेस की उम्मीदों को झटका?
सपा प्रमुख ने कहा कि जहां से इंडिया अलायंस बना था. इंडिया अलायंस का जो लाभ मिला वह यह था कि एक नेशनल नैरेटिव बना कि कोई है जो बीजेपी का मुकाबला कर सकता है. अखिलेश ने कहा कि इंडिया अलायंस के अंदर जो क्षेत्रीय दल थे, जो जिस प्रदेश में था उसने अपने हिसाब से परिस्थितियां समझीं और उस हिसाब से जो लड़ाई लड़ी उसका परिणाम है कि बीजेपी को रोका जा सका.


पश्चिम बंगाल का जिक्र कर अखिलेश ने कहा कि ममता जी ने सीधी लड़ाई लड़ी. दिल्ली में थोड़ा चूक गए, एमपी में नुकसान हुआ.बिहार में हम थोड़ा चूक गए. हमें उम्मीद थी कि बिहार, एमपी , तेलंगाना में अच्छा होगा लेकिन नहीं हुआ.


कन्नौज सांसद के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में अलायंस भले हो लेकिन कमान क्षेत्रीय पार्टियों के हाथ में ही रहेगी. महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी शरद पवार गुट के साथ अलायंस में है. वहीं झारखंड में झामुमो के साथ कांग्रेस गठबंधन में है. उधर, सपा महाराष्ट्र में दो विधायकों के दम पर सीटों की डिमांड  कर रही है.


अखिलेश के इस बयान से माना जा रहा है कि इंडिया अलायंस के क्षेत्रीय दल टिकट और सीट बंटवारे में कांग्रेस पर दबाव बना सकते हैं. इसके अलावा यूपी उपचुनाव और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मांगों पर असर पड़ सकता है.