UP Politics: 2024 लोकसभा चुनाव खत्म हो जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश में होने वाले 10 सीटों के उप चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है. भारतीय जनता पार्टी ने 10 सीटों के उपचुनाव के लिए 16 मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है इसमें सहयोगी दलों के मंत्री भी शामिल हैं. भाजपा की कोशिश है कि उसके अपने खाते की 5 सीटों के साथ ही सपा की सीटों पर भी उसको बढ़त मिले, इसलिए वह भी से तैयारी करना शुरू कर चुकी है. इसकी कमान सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने खुद संभाल रखी है. उपचुनाव से पहले यूपी की सियासत में केंद्रीय मंत्री और मीरजापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल के पति और योगी सरकार कैबिनेट में मंत्री आशीष पटेल को बड़ी जिम्मेदारी दी है.


इन मंत्रियों को दी गई जिम्मेदारी 
भारतीय जनता पार्टी इन 10 सीटों के लिए जिन 16 मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है उसमें करहल सीट की जिम्मेदारी जयवीर सिंह को दी गई है. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी सूर्य प्रताप शाही और मयंकेश्वर शरण सिंह को दी गई है, अंबेडकर नगर के कटेहरी सीट की जिम्मेदारी स्वतंत्र सिंह और आशीष पटेल को दी गई है. सीसामऊ सीट की जिम्मेदारी सुरेश खन्ना और संजय निषाद को दी गई है, फूलपुर सीट की जिम्मेदारी दयाशंकर सिंह और राकेश सचान को दी गई है, मंझवा सीट के जिम्मेदारी अनिल राजभर को दी गई है.


गाजियाबाद सदर सीट की जिम्मेदारी सुनील शर्मा को दी गई है. मीरापुर सीट के जिम्मेदारी अनिल राजभर और सोमेंद्र तोमर को दी गई है, खैर सीट की जिम्मेदारी लक्ष्मी नारायण चौधरी को दी गई है और कुंदरकी सीट की जिम्मेदारी धर्मपाल सिंह व जेपीएस राठौर को दी गई है.


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भारतीय जनता पार्टी की कोशिश है कि वह उपचुनाव में 10 की दसों सीटें जीतकर लोकसभा चुनाव में मिले घाव को भर सके इसलिए मंत्रियों को हर हाल में अपने-अपने जिम्मेदारी के क्षेत्र में डटे रहने के निर्देश दिए गए हैं. जानकारों का मानना है कि उपचुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द हो सकती है इसलिए अब भाजपा में टिकटार्थियों की भाग दौड़ भी शुरू हो गई है . एक तरफ जहां विधायक से सांसद बने नेता अपने परिवार के सदस्य को टिकट दिलाने में जुटे हैं तो वहीं कई क्षेत्र के कद्दावर नेता , पूर्व सांसद , विधायक भी टिकट की दौड़ में लगे हुए हैं.