Anupriya Patel on UP Politics: केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पिछले दिनों योगी सरकार के साथ अनबन को लेकर उस वक्त सुर्खियों में आ गई थी जब उन्होंने पिछड़ों के आरक्षण को लेकर सीएम योगी को चिट्ठी लिखी और भेदभाव का आरोप लगाया. जिसके बाद से प्रदेश में सियासी घमासान मच गया था. यूपी की सियासत को लेकर अनुप्रिया पटेल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से खुलकर बात की है. जिसमें उन्होंने सीएम योगी से लेकर केशव प्रसाद मौर्य, अखिलेश यादव और मायावती पर अपनी राय रखी. 


अनप्रिया पटेल ने न्यूज एजेंसी एएनआई के पॉडकास्ट में दिए इंटरव्यू में यूपी बीजेपी में मचे घमासान पर भी अपनी बात रखी और कहा कि इस तरह की कयासबाजी सिर्फ मीडिया में ही चलती रहती है. सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच सब ठीक है. इंटरव्यू में जब उनसे कुछ नेताओं के नाम लेकर उन पर अपनी राय रखने को कहा तो उन्होंने अपनी बात रखी.


सीएम योगी और केशव मौर्य पर ये कहा
अनुप्रिया पटेल से जब सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल किया गया तो वो हंसने लगीं..और उन्होंने कुछ नहीं किया. इस पर उनसे पूछा गया कि आप संसद में रहना चाहती है या विधानसभा में आकर काम करना चाहेंगी. इस बार अनुप्रिया ने कहा कि मुझे लोगों ने अभी सांसद बनाया है तो मैं वो कर रही है. अगर विधानसभा में रहूंगी तो वो काम भी ख़ुशी-खुशी करूंगी.


केशव प्रसाद मौर्य को लेकर पूछे गए सवाल पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मौर्य जी हमारे डिप्टी सीएम हैं. हमारे जमीनी आदमी है और अच्छे से काम करते हैं. वहीं जब उन्हें कम वोट मिलने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव को लेकर आप कुछ नहीं कह सकते हैं ये असामान्य चुनाव था. हर पार्टी में हार जीत चलती रहती है. ये राजनीति का हिस्सा है. 


अखिलेश यादव के सवाल पर दिया जवाब
अनप्रिया पटेल से जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने उन पर भी कुछ नहीं कहा. संसद में उनके स्पीच को लेकर पटेल ने कहा कि ये वक़्त अभी उनके लिए 'मूमेंट ऑफ ग्लोरी' है. क्योंकि उन्हें वो मिला है जो उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा हो पाएगा. उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ये होगा .


मायावती की दिल खोलकर तारीफ
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की दिल खोलकर तारीफ की. मायावती के सवाल पर उन्होंने कहा कि मायावती जी के लिए मेरे दिल में बहुत सम्मान हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन दलितों और कमजोर तबके के जीवन को ऊपर लाने में लगा दिया. एक महिला होने के नाते, दलित होते हुए, एक ऐसे परिवार में जन्मी जो समाजिक तौर पर इतना मजबूत नहीं था. उनकी ज़िन्दगी आसान नहीं थी. उनके सामने बहुत सारी चुनौतियां थी, हमें उन्हें सम्मान देना चाहिए. 


मायावती की चुप्पी पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हमें नहीं पता कि वो किससे गुजर रही है. लोग कुछ भी कहते हैं लेकिन, आप इस बात को नकार नहीं सकते हैं कि उन्होंने कमजोर तबके को उठाने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया है. मैं कभी उनसे नहीं मिली हूं. मैं बहुत छोटी थी जब मेरे पिता कांशीराम जी के साथ काम करते थे. 


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