UP Politics: 'जब मुलायम सिंह यादव गृहमंत्री थे तो क्यों नहीं किया पिछड़ों को याद', मंत्री आशीष सिंह का सपा पर हमला
UP News: यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार अपना दल के कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष सिंह पटेल चित्रकूट पहुंचे. यहां पर उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा.
UP News: अपना दल के कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष सिंह पटेल (Ashish Singh Patel) प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार आज धर्म नगरी चित्रकूट पहुंचे. यहां उन्होंने कामतानाथ मंदिर में माथा टेका और उसके बाद अपना दल के कार्यकर्ता सम्मेलन कार्यक्रम में शिरकत किया. वहां उन्होंने आने वाले निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा.
मुलायम यादव पर सवाल खड़ा किया
कैबिनेट मंत्री आशीष सिंह पटेल ने समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोल. उन्होने कहा कि जब केंद्र में मुलायम सिंह यादव गृहमंत्री थे, तो उनके अंडर में सैनिक स्कूल आता था. उन्होंने पूछा कि उस सैनिक स्कूल में पिछड़े और दलित बच्चों के पढ़ने के आरक्षण की आपको याद क्यों नहीं आई? तब आपका पिछड़ा प्रेम कहां था. जब आप की सरकार आती है, तब आपको कुछ लोग याद आते हैं. जब आप की सरकार चली जाती है, तब आप पूरे पिछड़ों और दलितों का ठेका ले लेते हैं.
मंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने और हमारे नेता ने चाहे केंद्रीय विद्यालय हो चाहे नवोदय विद्यालय हो, चाहे सैनिक स्कूल हो इस सब का मुद्दा उठाया है. पूरे भारत में आज डेढ़ लाख से ज्यादा पिछड़े वर्ग के बच्चे इन विद्यालयों में एडमिशन पाकर अपने जीवन के लक्ष्य को बेहतर करने में सफल हो रहे हैं. समाजवादी पार्टी के समर्थन से ही यूपीए की सरकार बनी थी. उस समय मेडिकल के नीट में पिछड़ों के लिए आरक्षण नहीं दिया गया था. उस समय पिछड़ों के प्रति प्रेम कहां था.
अखिलेश यादव को दिया जवाब
अखिलेश यादव द्वारा वाराणसी के क्रूज के उद्घाटन को लेकर दिए गए बयान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा है कि अगर किसी भी धार्मिक स्थल का विकास किया जा रहा है, तो किसी को पीड़ा नहीं होनी चाहिए. आपको भी मौका था, 2012 से लेकर 17 तक आप मुख्यमंत्री थे, आपने क्यों नहीं किया. अगर आप कर दिए होते तो आज दूसरों को उनके विकास करके उनका श्रेय लेने का मौका नहीं मिलता. वहीं अपना दल के दूसरे गुट कृष्णा पटेल के अलग होने पर उन्होंने कहा है कि यह राजनीति नहीं बल्कि संपत्ति की लड़ाई है. संपत्ति की लड़ाई में डॉक्टर सोनेलाल पटेल साहब की सबसे छोटी बेटी को उसका हिस्सा मिल जाएगा, उसी दिन यह पूरी लड़ाई खत्म हो जाएगी.