UP News:  18वीं लोकसभा के गठन के लिए इस साल अप्रैल से जून 2024 के दौरान हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद रहे जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह का टिकट काट दिया था. बाद में कई मौकों पर वीके सिंह का दर्द छलका. बीते दिनों जब वह यूपी के मऊ आए थे तब भी उन्होंने पत्रकारों से वार्ता में कहा था कि जातिगत समीकरणों की वजह से उनका टिकट कट गया था. हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि पार्टी को जिम्मेदारी देगी उसका पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करूंगा.


 भले ही उन्हें गाजियाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी ने टिकट नहीं दिया लेकिन वह चुनाव प्रचार में जुटे रहे. इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव के दो महीने बाद संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने पूरे प्रदेश को मथा और चुनाव प्रचार किया.


वीके सिंह को अब उनकी मेहनत और सब्र दोनों का फल मिला है. उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मिजोरम राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया है. वीके सिंह ने साल 2014 की मार्च में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थई. इसके बाद वह गाजियाबाद लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव जीते. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने उन पर गाजियाबाद सीट पर भरोसा जताया और उन्होंने जीत हासिल की थी. साल 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद  उन्हें विदेश राज्य मंत्री और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई.


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सेना में सेवा के लिए मिल चुका है मेडल
मई 2019 में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में दोबारा जीत कर आई मोदी सरकार में वीके सिंह सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री बने और जून 2024 तक इस पद पर रहे. मोदी सरकार में वह 2 साल तक सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे.


सेना में अपनी सेवाओं के लिए जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह को परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल भी मिला था.