Swami Prasad Maurya Resigns: स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे पर पहली बार बोली बीजेपी, कहा- अब वही बता सकते हैं वो क्यों गए...
UP Politics: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी में अपने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. इस संदर्भ में उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक चिट्ठी लिखी है.
Swami Prasad Maurya News: यूपी की सियासत में लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. यूपी सरकार में पूर्व काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा में महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर पद से इस्तीफा दिया है. हालांकि अभी तक उन्होंने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है. उनके इस्तीफे पर सभी राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है.
इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी की यूपी इकाई के प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने टिप्पणी की है. बीजेपी नेता ने कहा कि 'केवल स्वामी प्रसाद मौर्य ही बता सकते हैं कि वह समाजवादी पार्टी में कैसे गए और कैसे बाहर आ गए. हालांकि, जो लोग नकारात्मक राजनीति करते हैं उन्हें समाज, जनता या पार्टी में जगह नहीं मिलती है. यह उनकी नकारात्मक राजनीति का परिणाम है.'
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दीगर है कि अखिलेश को भेजी चिट्ठी में स्वामी ने लिखा है- पार्टी द्वारा लगातार 85 बनाम 15 का नारे को निष्प्रभावी करने एवं वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सैकड़ो प्रत्याशीयों का पर्चा व सिंबल दाखिल होने के बाद अचानक प्रत्याशीयों के बदलने के बावजूद भी पार्टी का जनाधार बढ़ाने में सफल रहे, उसी का परिणाम था कि सपा के पास जहां मात्र 45 विधायक थे वहीं पर विधानसभा चुनाव 2022 के बाद यह संख्या 110 विधायकों की हो गई थी. तद्नतर बिना किसी मांग के आपने मुझे विधान परिषद् में भेजा और ठीक इसके बाद राष्ट्रीय महासचिव बनाया, इस सम्मान के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद."
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, ;पार्टी का जनाधार बढ़ाने का क्रम मैंने अपने तौर-तरीके से जारी रखा, इसी क्रम में मैंने आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो को जो जाने-अनजाने भाजपा के मकड़जाल में फंसकर भाजपा मय हो गए थे उनके सम्मान व स्वाभिमान को जगाकर व सावधान कर वापस लाने की कोशिश की तो पार्टी के ही कुछ छुट भईये व कुछ बड़े नेता मौर्य जी का निजी बयान है कहकर इस धार को कुंठित करने की कोशिश की. मैंने अन्यथा नहीं लिया.'