UP News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ता और नेता इन दिनों पार्टी के कुछ बड़े फैसलों के इंतजार में बड़ी बेसब्री से बैठे हुए हैं. इनमें नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान तो है ही इसके अलावा विधान परिषद (Vidhan Sabha Parishad) की 6 सीटों पर कौन उम्मीदवार होगा इस पर भी सभी की निगाहें है. वहीं राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) की तारीखों का ऐलान होते ही अब सबकी निगाहें इस बात पर भी जा टिकी हैं कि बीजेपी, राज्यसभा के लिए किसे अपना उम्मीदवार बनाती है. यानी मई के इस महीने में बीजेपी के कई महत्वपूर्ण फैसले आने वाले है.


ऐसे में यह कहा जा सकता है कि मई का महीना बीजेपी की यूपी इकाई के लिए अहम महीना है. प्रदेश अध्यक्ष के बदले जाने की चर्चा तो तभी शुरू हो गई थी जब वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह कैबिनेट मंत्री बने क्योंकि पार्टी में एक व्यक्ति, एक पद का प्रावधान है. माना जा रहा है कि अब  नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो सकता है. यूपी में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का इंतजार पार्टी के भीतर सभी को बड़ी बेसब्री से है.


20 और 21 मई को होगी नाम की घोषणा


माना जा रहा है कि यूपी बीजेपी चीफ की घोषणा 20 और 21 मई को जयपुर में राष्ट्रीय कार्य परिषद में हो सकती है. अध्यक्ष की नियुक्ति 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए की जानी है और इसमें जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भी ध्यान में रखा जाएगा, इसीलिए इसमें वक्त लग रहा है. हालांकि सूत्रों की मानें तो शीर्ष नेतृत्व ने नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम लगभग तय कर लिया है बस उसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है. चर्चा यह भी है कि इस बार पार्टी किसी दलित, ओबीसी या ब्राह्मण चेहरे पर दाग आजमा सकती है. दावा है कि पश्चिम के किसी नेता को भी मौका मिल सकता है.


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मई महीने में केवल नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ही ऐलान नहीं होना है बल्कि अप्रैल में विधान परिषद की 3 सीटें खाली हुई है और फिर मई के आखिरी हफ्ते में भी विधान परिषद की 3 सीटें खाली हो रही है. यह सभी 6 सीटें मनोनयन से भरी जानी हैं ऐसे में कार्यकर्ता इस बात का भी इंतजार कर रहे हैं कि इन 6 सीटों पर पार्टी किसे विधान परिषद भेजेगी.


8 सीटों के लिए पार्टी किसे उम्मीदवार बनाएगी?


हालांकि माना जा रहा है कि पांच ऐसे मंत्री हैं जो किसी भी सदन के सभी सदस्य नहीं है. उनके नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं लेकिन उसके बाद भी एक सीट बच रही है. सबसे बड़ा प्रश्न यही है कि एक बची हुई सीट पर कौन बाजी मारेगा. इसके अलावा यूपी बीजेपी को 31 मई से पहले राज्य की राज्यसभा की जो 11 सीटें खाली हो रही है, उनमें से आठ पर बीजेपी के सदस्य चुने जा सकते हैं.


ऐसे में इन 8 सीटों के लिए पार्टी किसे उम्मीदवार बनाएगी, यह सवाल तैर रहा है. वहीं पार्टी के पुराने पदाधिकारी दिल्ली परिक्रमा में जुटे हैं. इस उम्मीद के साथ कि शायद इस बार उनका नंबर आ जाए. 


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